मुंबई/नासिक:
महाराष्ट्र सरकार में पूर्व मंत्री और एनसीपी अजित पवार गुट के विधायक छगन भुजबल ने लाडली बहना योजना पर बड़ा बयान दिया है। जो लोग लाडली बहना योजना के नियमों में फिट नहीं बैठते हैं। उन्हें स्वयं अपना नाम वापस ले लेना चाहिए। अन्यथा उनसे जुर्माने के साथ-साथ पैसे की वसूल की जा सकती है। ऐसा छगन भुजबल ने कहा है। इसके अलावा उन्होंने यह भी संकेत दिया है कि भविष्य में लाडली बहना योजना के नियम और सख्त होंगे।
छगन भुजबल ने वास्तव में क्या कहा?
लाडली बहना योजना के बारे में बात करते हुए छगन भुजबल ने कहा कि लोगों से अपील की जानी चाहिए और महिलाओं से कहा जाना चाहिए कि यदि वे नियमों के अनुरूप नहीं हैं तो वे स्वयं अपना नाम हटा लें। लाडली बहना योजना से अब तक जो पैसा मिला है या जो पैसा सरकार ने उन्हें दिया है, उसे वापस मांगने का कोई मतलब नहीं है। जो महिलाएं नियमों का पालन नहीं करती हैं, उनसे पहले भुगतान किया गया पैसा वापस नहीं मांगा जाना चाहिए। हालांकि मैं लोगों से कहना चाहूंगा कि जो महिलाएं इन नियमों के अनुरूप नहीं हैं। उन्हें स्वयं ही अपना नाम हटा देना चाहिए। अन्यथा जुर्माना लगाकर वसूली की जा सकती है। उन्होंने कहा कि अतीत में जो कुछ हुआ, उसे हमने अपनी लाडली बहनों को समर्पित किया है। उन्होंने संकेत दिया कि आने वाले दिनों में लाडली बहना योजना के नियम और सख्त होंगे।
कई अपात्र महिलाएं उठा रहीं योजना का लाभ
दरअसल विधानसभा चुनाव की कुछ समय पहले महायुति सरकार ने मुख्यमंत्री माझी लड़की बहिन योजना की घोषणा की थी। जुलाई 2024 से 21 से 65 वर्ष की आयु की महिलाओं को इस योजना के तहत 1,500 रुपये दिए जा रहे हैं। हालांकि यह योजना सभी महिलाओं के लिए नहीं है। सरकार ने इस योजना के लिए कुछ नियम जारी किए हैं। इसके कुछ नियम हैं जैसे परिवार की आय 2.5 लाख रुपये से अधिक नहीं होनी चाहिए। चार पहिया वाहन नहीं होना चाहिए और एक घर में दो महिलाएं इस लाभ का लाभ नहीं उठा सकतीं। केवल इन नियमों पर खरी उतरने वाली महिलाएं ही इस योजना का लाभ उठा सकेंगी। हालांकि, इसके बावजूद कई महिलाओं ने लाडली बहना योजना का लाभ उठाया है, जबकि वे नियमों में फिट नहीं बैठती हैं।
छगन भुजबल का बयान क्यों?
लाडली बहनों ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में महायुति को बड़ी सफलता दिलाई। विधानसभा चुनाव के बाद सरकार ने घोषणा की थी कि जो महिलाएं लाडली बहना योजना के नियमों पर खरी नहीं उतरेंगी, उन्हें इस योजना से बाहर कर दिया जाएगा। इसी वजह से छगन भुजबल ने बड़ा बयान दिया है।