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Thursday, July 10, 2025
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चीन में तेजी से फैल रहे HMPV वायरस पर क्या बीजिंग कोरोना की तरह छिपा रहा सच? भारत समेत इन देशों में पहुंचा

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बीजिंग

कोरोना महामारी के पांच साल बाद अब चीन में ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV) के बढ़ते मामलों ने दुनिया भर में चिंता बढ़ा दी है। इस वायरस के मामले चीन से बाहर भी नजर आने लगे हैं, जिनमें भारत भी शामिल है। भारत के बेंगलुरु में 8 महीने के बच्चे को पॉजिटिव पाया गया है। मलेशिया के स्वास्थ्य मंत्रालय ने वायरस से जुड़े केस सामने आने के बाद देश में नागरिकों के लिए एडवाइजरी जारी कर दी है। हांगकांग में भी इस वायरस का केस रिपोर्ट किया गया है। इस बीच चीन के रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र ने वायरस के कारण होने वाली मृत्यु दर के बारे में जानकारी दी है।

चीन के सीडीसी ने कहा कि बच्चे, कमजोर इम्यून वाले और बुजुर्ग इस अतिसंवेदनशील होते हैं और उनके श्वसन वायरस से संक्रमित होने की संभावना अधिक होती है। सीडीसी ने एचएमपीवी के संक्रमण के लक्षणों को सामान्य सर्दी के लक्षण की तरह बताया है, जो खांसी, बुखार, नाक बंद होना और घरघराहट के रूप में सामने आता है। कभी-कभी गंभीर मामलों में यह ब्रोंकाइटिस और निमोनिया का कारण बन सकता है। चीन के सीडीसी ने बतायास अंतर्निहित चिकित्सा स्थितियों वाले अतिसंवेदनशील व्यक्तियों में एचएमपीवी संक्रमण से मौत हो सकती है।

वर्तमान में टीका या दवा नहीं
2021 में लैंसेट ग्लोबल हेल्थ में प्रकाशित एक लेख के आंकड़ों के अनुसार, पांच साल के कम उम्र के बच्चों में तीव्र श्वसन संक्रण से संबंधित मौतों में 1 प्रतिशत HMPV के कारण हो सकती हैं। वर्तमान में एचएमपीवी के खिलाफ कोई टीका या प्रभावी दवा नहीं है। इसके उपचार में ज्यादातर लक्षणों को कम करने पर ध्यान केंद्रित किया जाता है।

क्या चीन बीमारी को कम करके बता रहा?
वायरस को लेकर बढ़ रही चिंताओं के बीच बीते सप्ताह बीजिंग ने एक बयान जारी किया था। चीन के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता माओ निंग ने शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में सांसों के मरीजों की बढ़ते संख्या की वजह सर्दियों को बताया था। उन्होंने कहा, सर्दियों के मौसम में श्वसन संक्रमण चरम पर होता है। इस दौरान चीनी प्रवक्ता ने पर्यटकों के लिए चीन को सुरक्षित भी बताया था। माओ निंग ने कहा, ‘मैं आपको भरोसा दे सकती हूं कि चीन सरकार चीनी नागरिकों और चीन आने वाले विदेशियों के स्वास्थ्य की परवाह करती है। चीन में यात्रा करना सुरक्षित है।’

कितना खतरनाक है एचएमपीवी?
एचएमपीवी वायरस कोई नया वायरस नहीं है। यह साल 2001 में खोजा गया था। यह किसी भी अन्य श्वसन वायरस की तरह है जो सामान्य सर्दी का कारण बनता है। बुजुर्गों और 5 साल से छोटे बच्चों में यह फ्लू जैसे लक्षण पैदा कर सकता है। यह पहले भी अमेरिका समेत दुनिया के कई देशों में रिपोर्ट किया जा चुका है। एक्सपर्ट ने इसे तत्काल किसी महामारी का खतरा नहीं बताया है, लेकिन चीन में बढ़ते मामलों ने चिंता बढ़ा दी है।

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