13.4 C
London
Friday, November 14, 2025
Homeराष्ट्रीयज्ञानवापी में मिले 'शिवलिंग' की पूजा अर्चना की इजाजत नहीं, हिंदू पक्ष...

ज्ञानवापी में मिले ‘शिवलिंग’ की पूजा अर्चना की इजाजत नहीं, हिंदू पक्ष को सुप्रीम कोर्ट से झटके पर झटका

Published on

नई दिल्ली

ज्ञानवापी मस्जिद में सर्वे के दौरान शिवलिंग मिलने की बात करते हुए याचिकाकर्ता ने सुप्रीम कोर्ट से शिवलिंग की पूजा अर्चना की इजाजत मांगी थी लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने याचिका पर सुनवाई से इनकार कर दिया है। इसके बाद एक अन्य अर्जी दाखिल कर कहा गया था कि शिवलिंग के कार्बन डेटिंग की इजाजत दी जाए। सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में भी सुनवाई से इनकार कर दिया।

Trulli

मामले की सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ की अगुवाई वाली बेंच ने पहले अंजुमन इंतेजामिया मस्जिद कमिटी की अर्जी पर सुनवाई की। याचिका में वाराणसी कोर्ट के उस फैसले को चुनौती दी गई है जिसमें निचली अदालत ने हिंदू पक्षकारों की याचिका पर विचार किए जाने पर सवाल उठाया है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि पहले वह वाराणसी कोर्ट के फैसले का इंतजार करेगा ऐसे में हम याचिका पर सुनवाई को अक्टूबर के हफ्ते के लिए टालते हैं।

क्या है मामला
13 मई को यूपी के वाराणसी में स्थित ज्ञानवापी श्रृंगार गौरी परिसर के सर्वे पर यथास्थिति बनाए रखने के लिए सुप्रीम कोर्ट में गुहार लगाई गई थी। सुप्रीम कोर्ट में ज्ञानवापी मस्जिद मामले में मुस्लिम पक्ष की ओर से याचिका दायर करने वाले वकील हुजेफा अहमदी ने कहा था कि वाराणसी स्थित उक्त परिसर में सर्वे का जो आदेश दिया गया है उसके खिलाफ उनकी अर्जी है।

याचिकाकर्ता ने उक्त संपत्ति के संबंध में जो सर्वे का आदेश दिया गया है उस पर यथास्थिति बनाए रखने की गुहार लगाई और कहा कि ज्ञानवापी मस्जिद काफी पुराना है और पुरातन काल की मस्जिद है। इस तरह यह सर्वेक्षण पूजा स्थल एक्ट के तहत निषेध है। वाराणसी कोर्ट ने कुछ हिंदुओं की अर्जी पर सर्वे का आदेश पारित किया है। महिलाओं के एक समूह की ओर से याचिका दायर कह कहा है कि मस्जिद की बाहरी दीवार पर मौजूद हिंदू देवी-देवताओं की मूर्तियों की रोज पूजा करने की अनुमति दी जाए।

सुप्रीम कोर्ट ने क्या कहा?
सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को सुनवाई के दौरान कहा कि पहले निचली अदालत का फैसला आएगा फिर हम याचिका पर विचार करेंगे और सुनवाई टाल दी। इसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने उस याचिका को टेकअप किया जिसमें याचिकाकर्ता ने कहा था कि सर्वे में शिवलिंग मिला है जिसके पूजा अर्चना की इजाजत दी जाए। सुप्रीम कोर्ट ने याचिका पर सुनवाई से इनकार कर दिया। इसके बाद एक अन्य अर्जी दाखिल कर कहा गया था कि शिवलिंग के कार्बन डेटिंग की इजाजत दी जाए। सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में भी सुनवाई से इनकार कर दिया।

Latest articles

न्यायोत्सव उत्सव विधिक सेवा सप्ताह 2025

भोपाल ।राष्ट्रीय विधिक सेवा दिवस पर 14 नवंबर को बाइक रैली एवं विधिक जागरूकता...

सुंदरकांड पाठ, भजन संध्या और रंग-बिरंगे गुब्बारे छोडकऱ होगा भोजपाल मेले का शुभारंभ

भेल भोपाल।राजा भोज की स्मृति में राजधानी के भेल दशहरा मैदान पर मध्य प्रदेश...

एनआरआई कॉलेज में धूमधाम से निकली वेंकटेंश बालाजी की बारात

भोपाल ।रायसेन रोड सज्जन सिंह नगर स्थित एनआरआई संस्थान में लक्ष्मी पद्मावती वेंकटेंश बालाजी हनुमान...

भेल ऑफिसर्स क्लब, भोपाल में “ओपन टेनिस टूर्नामेंट का शुभारंभ

भेल भोपालभेल ऑफिसर्स क्लब में “ओपन टेनिस टूर्नामेंट का  (विंटर एडिशन 2025)” का शुभारंभ...

More like this

15 नवंबर से टोल प्लाजा पर बड़ा बदलाव

नई दिल्ली।देशभर के हाईवे यात्रियों के लिए बड़ी खबर है। केंद्र सरकार ने टोल...

Delhi Blast Case: संदिग्धों के पास थी एक और कार, पुलिस की 5 टीमें कर रहीं तलाश, राजधानी में हाई अलर्ट!

दिल्ली में हुए ब्लास्ट (Delhi Blast Case) मामले की जाँच में एक बड़ा खुलासा...