‘भाभी जी घर पर है’ के राइटर मनोज संतोषी का 49 साल की उम्र निधन हो गया। उन्होंने 23 मार्च को सिकंदराबाद के एक अस्पताल में उन्होंने अंतिम सांस ली। वह लीवर संबंधी दिक्कतों से लंबे समय से जूझ रहे थे। उनका लीवर ट्रांसप्लांट होना था, लेकिन कॉम्प्लीकेशन्स के कारण उनका निधन हो गया। शिल्पा शिंदे ने ‘इंडिया टुडे’ को इस बात की पुष्टि की है। और आरोप लगाया है कि डॉक्टर्स की लापरवाही और अस्पताल में सहयोग की कमी के कारण उन्हें बचाया नहीं जा सका।
मनोज संतोषी लंबे वक्त से बीमार थे। कुछ दिन पहले कविता कौशिक ने उनके जल्द ठीक होने की दुआ की थी। नहीं, सौम्या टंडन ने ‘जूम’ से बातचीत में बताया, ‘यह कहना बेहद दर्दनाक है कि मनोज जी अब हमारे बीच नहीं हैं। इसके बारे में सोचना भी असहनीय है। मुझे विश्वास नहीं हो रहा है कि मैं उन्हें फिर कभी नहीं देख पाऊंगी, उनकी आवाज नहीं सुन पाऊंगी या उन्हें गाते नहीं सुन पाऊंगी। यह दिल तोड़ने वाला है।’
सौम्या टंडन की आखिरी मुलाकात
सौम्या टंडन ने बताया कि शो छोड़ने के बाद भी वह उनसे संपर्क में रही थीं। उन्होंने राइटर से अपनी आखिरी मुलाकात के बारे में बताया, ‘उनके इलाज के लिए हैदराबाद जाने से पहले, मैं उनके घर गई थी। हमने तय किया था कि एक बार जब वह ठीक हो जाएंगे, तो हम एक और महफिल करेंगे, जो हम घर पर करते थे क्योंकि मुझे गजर और लोक संगीत का बहुत शौक है। तो वह कई सिंगर्स को लाते थे। मैंने उनसे कहा था कि जल्दी ठीक हो जाओ तो महफिल करनी है। तुम्हें गाना है। निधन की खबर सुनकर टूट गई हूं। मैं हमेशा उनकी आभारी रहूंगी।’
शिल्पा शिंदे का आरोप
शिल्पा शिंदे ने कहा कि मनोज का निधन अस्पताल की लापरवाही के कारण हुआ है। अगर डॉक्टर्स चाहते तो वो बचा सकते थे। उन्होंने कहा, ‘मैं चाहती थी मनोज जी बिल्कुल ठीक हो जाएं, क्योंकि शूटिंग के सारे लोग थे, उन्हें काफी उनका साथ दिया था। लेकिन मनोज जी काफी जिद्दी थे, अकेले रहे हैं हमेशा थोड़ा सा। थोड़ा सुनते कम थे… मुझे जैसा ही पता चला, काफी सारी चीजें हमने की। मैंने उनका रिपोर्ट देखा और कहा कि मनोज जी, आयुर्वेद वेगरा अभी फिल्हाल नहीं चलेगा। हम आयुर्वेद को गलत बोलते हैं क्योंकि हम गकत तारीख से जाते हैं। कोई चीज 100 फीसदी सिर्फ आयुर्वेद से ठीक नहीं होती है, उसका टाइम होता है। हमने काफी कोशिश की और काफी सारी चीजें सक्सेसफुल भी रहीं, लेकिन मुझे ना डॉक्टर की लापरवाही… जैसा उनको लगा कोई फैमिली वाले नहीं हैं…।
शिल्पा शिंदे ने सिकंदराबाद के डॉक्टर्स की खोली पोल
शिल्पा शिंदे ने ‘जूम’ को आगे बताया, ‘मैं 2 दिन के लिए मुंबई आ गई थी अपने काम के लिए…तो वो लपरवाही जो होता है ना कि साथ में कोई नहीं है। मैं तो छोटे शब्दों में कहूंगी कि बहुत घटिया बिजनेस है। पैसे कमाने का बहुत अच्छा बिजनेस है हॉस्पिटल। मरे हुए इंसान का भी डायलिसिस करा रहे हैं! हम इतने बेवकूफ हैं। नहीं हैं कि आप क्या कर रहे हैं हमें समझ नहीं आ रहा है। ये पूरा डॉक्टर है , केआईएमएस, सिकंदराबाद अस्पताल है, जहां पे लिवर ट्रांसप्लांट होता है, डॉक्टर वहां पे हैं या हज्जाम है।’