तेलों की कीमतों में बड़ी कटौती, अडानी विल्मर ने घटाए दाम, अब सस्ते मिलेंगे फॉर्च्यून ब्रांड के ऑयल

नई दिल्ली

अडानी विल्मर ने खाद्य तेलों के दाम में 30 रुपये प्रति लीटर तक की कटौती करने की घोषणा की है। खाद्य तेल कीमतों में आई वैश्विक गिरावट के बीच कंपनी ने एक महीने में दूसरी बार दाम घटाए हैं। अहमदाबाद बेस्ड कंपनी ने कहा कि नए एमआरपी के साथ खाद्य तेलों का ताजा स्टॉक जल्द ही बाजार में आएगा। कंपनी, फॉर्च्यून ब्रांड के तहत खाद्य तेलों की बिक्री करती है। कंपनी की बाजार हिस्सेदारी लगभग 20 फीसदी है।

सोयाबीन तेल के भाव सबसे अधिक घटे
अडानी विल्मर के अनुसार, सोयाबीन तेल में सबसे अधिक कटौती की गई है। इसका दाम 195 रुपये प्रति लीटर से घटाकर 165 रुपये प्रति लीटर किया गया है। जबकि सबसे कम कटौती सरसों तेल में की गई है। इसकी कीमत 195 रुपये से घटाकर 190 रुपये प्रति लीटर की गई है।

सरकार ने दिये थे दाम घटाने के निर्देश
एमआरपी में कमी केंद्रीय खाद्य मंत्रालय के एक निर्देश के बाद हुई है। मंत्रालय ने छह जुलाई को खाद्य तेल कंपनियों से वैश्विक खाद्य तेलों की कीमतों में आई गिरावट का लाभ उपभोक्ताओं को देने के लिए कहा था।

धारा ब्रांड के भी घटे थे दाम
प्रमुख दूध आपूर्तिकर्ता मदर डेयरी ने भी धारा  ब्रांड के तेलों की कीमतों में कटौती की थी। मदर डेयरी धारा ब्रांड के तहत खाद्य तेल बेचती है। कंपनी ने सोयाबीन और चावल भूसी तेल में 14 रुपये प्रति लीटर तक की कटौती की थी।

एक महीने पहले भी घटाए थे दाम
बता दें कि अडानी विल्मर अडानी समूह और सिंगापुर के विल्मर समूह के बीच एक संयुक्त उद्यम है। इससे पहले 18 जून को कंपनी ने कीमतों में 10 रुपये प्रति लीटर की कमी की थी।

ये होंगी कीमतें
सूरजमुखी तेल की कीमत 210 रुपये प्रति लीटर से घटाकर 199 रुपये प्रति लीटर कर दी गई है। जबकि फॉर्च्यून राइस ब्रान (चावल भूसी) तेल की कीमत 225 रुपये प्रति लीटर से घटाकर 210 रुपये प्रति लीटर कर दी गई है। कंपनी के मुताबिक, मूंगफली तेल की कीमत 220 रुपये प्रति लीटर से घटाकर 210 रुपये प्रति लीटर कर दी गई है। इसके अलावा राग ब्रांड के तहत वनस्पति की कीमत 200 रुपये प्रति लीटर से घटाकर 185 रुपये प्रति लीटर और राग पामोलिन तेल की कीमत 170 रुपये प्रति लीटर से घटाकर 144 रुपये प्रति लीटर कर दी गई है।

ये उत्पाद भी बेचती है अडानी विल्मर
खाद्य तेलों के अलावा, अडानी विल्मर चावल, आटा, चीनी, बेसन, रेडी-टू-कुक खिचड़ी और सोया चंक्स जैसे खाद्य पदार्थ बेचती है। कंपनी ने पिछले वित्त वर्ष में लगभग 54,000 करोड़ रुपये का कारोबार किया था, जो इससे पिछले वर्ष की तुलना में 46 प्रतिशत अधिक है। भारत खाद्य तेलों की अपनी घरेलू जरूरत का 60 प्रतिशत भाग आयात से पूरा करता है। भारत ने 2020-21 के दौरान अक्टूबर तक लगभग 1.3 करोड़ टन खाद्य तेल का आयात किया।

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