नई दिल्ली,
हीरा कारोबारी नीरव मोदी के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है. ईडी ने पीएनबी मामले में वांछित नीरव मोदी से जुड़ी करीब 250 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की है.मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम कानून (PMLA) के प्रावधानों के तहत ईडी ने नीरव मोदी की 253.62 करोड़ रुपये मूल्य की संपत्ति, ज्वैलरी और बैंक राशि जब्त कर ली है. नीरव मोदी की कंपनियों के खिलाफ ये कार्रवाई भारतीय दंड संहिता (IPC) की कई धाराओं के तहत दर्ज एफआईआर के आधार पर की गई है. नीरव मोदी के खिलाफ आईपीसी की धारा-420, धारा-467, धारा-471 और धारा-120-B के तहत प्राथमिकी दर्ज कराई गई है.
ब्रिटेन की जेल में बंद नीरव मोदी
नीरव मोदी अभी ब्रिटेन की जेल में बंद हैं. भारत सरकार काफी समय से नीरव मोदी के प्रत्यपर्ण की कोशिश कर रही थी. इस संबंध में चल रही कानूनी लड़ाई में हार चुके हैं. पीएनबी घोटाले में आर्थिक अपराध और धोखाधड़ी को लेकर सीबीआई जांच कर रही है, जबकि ईडी इस मामले में मनी लॉन्ड्रिंग के एंगल से जांच कर रही है.
2 अरब डॉलर का है पीएनबी घोटाला
नीरव मोदी को पीएनबी घोटाला मामले में भारत प्रत्यर्पित कर लाया जा सकता है. ये घोटाला 2 अरब डॉलर का है. ब्रिटेन की एक अदालत ने जब 25 फरवरी को अपना फैसला सुनाया, तो नीरव मोदी को भारत वापस लाने का रास्ता साफ हो गया.
नीरव मोदी ने अपने अंकल मेहुल चौकसी के साथ मिलकर पीएनबी में ऋण पत्रों के माध्यम से हेरा-फेरी की थी. नीरव मोदी गीताजंलि ब्रांड नाम के तहत हीरे का कारोबार करते रहे हैं. नीरव मोदी के अलावा शराब व्यवसायी विजय माल्या, आईपीएल के फाउंडर ललित मोदी भी इस समय में ब्रिटेन में हैं. भारत सरकार इन्हें भी भगौड़ा करार दे चुकी है और इनके खिलाफ भी मनी लॉन्ड्रिंग और धोखाधड़ी को लेकर जांच चल रही है.