बर्मिंघम
कॉमनवेल्थ गेम्स में भारत को रेसलिंग में एक और गोल्ड मेडल मिल गया है। देश को महिलाओं की 53 किलोग्राम फ्रीस्टाइल कैटेगरी में विनेश फोगाट ने यह मेडल दिलाया। इस कैटेगरी में सिर्फ चार की रेसलर्स ने हिस्सा लिया था। इसकी वजह से ग्रुप राउंड से ही विजेता का फैसला किया। विनेश ने अपने अंतिम मुकाबले में श्रीलंका की चामोद्या मदुरावलगे डॉन को हराया।
इसमें पहले को मुकाबले में विनेश फोगाट ने नाइजीरिया की मर्सी अदेकुओरोये और कनाडा की सामंथा स्टीवर्ट को हराया था। उन्हें गोल्ड मेडल जीतने में ज्यादा परेशानी नहीं हुई। यह कॉमनवेल्थ गेम्स में उनके लिए लगातार तीसरा गोल्ड है। इससे पहले 2014 और 2018 में भी विनेश ने गोल्ड मेडल अपने नाम किया था। इससे गेम्स में उनका दबदबा दिखता है। विनेश फोगाट के नाम वर्ल्ड चैंपियनशिप, एशियन गेम्स और एशियन चैंपियनशिप में भी मेडल हैं।
चार रेसलर्स के हिस्सा लेने की वजह से किसी को ब्रॉन्ज मेडल नहीं दिया गया। चारों खिलाड़ियों ने आपस में एक-दूसरे के खिलाफ खेला। 3 मैच में 12 पॉइंट के साथ विनेश टॉप पर रहीं। कनाडा की सामंथा स्टीवर्ट ने सिल्वर मेडल अपने नाम किया। उन्होंने नाइजीरिया की मर्सी अदेकुओरोये के खिलाफ अंतिम पलों में जीत हासिल की।
टोक्यो ओलिंपिक में विनेश मेडल की प्रबल दावेदार थीं, लेकिन उन्हें हार झेलनी पड़ी थी। फॉर्म और फिटनेस के लिये जूझ रही विनेश ओलिंपिक में पहले दौर से बाहर हो गई थीं। उसके बाद वह विवादों में भी रहीं, लेकिन अब जीत के साथ कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड मेडल जीत लिया है।