-बैठक में अकेली बीएमएस यूनियन ही होगी शामिल
भोपाल
भेल के कर्मचारियों में छ: साल बाद प्रतिनिधि यूनियन के चुनाव में अपनी पसंद की यूनियनों को इसलिये चुना था कि वह जीतने के बाद कर्मचारियों के हितों के मुद्दों पर गंभीरता से चर्चा करेंगी । तीन माह से ज्यादा चुनाव को हो गये । पिछले चुनाव में नंबर वन रही इंटक की जगह हेवू बीएमएस को नंबर वन बना दिया । एचएमएस नंबर 2,ऐबू 3,सीटू 4 नबंर पर आकर बराबर एक-एक सीट पा गई । इसके बाद से चारों यूनियन अपने आप को कर्मचारी हितेषी बताते हुये न केवल धरना प्रदर्शन पर आमादा हो गई बल्कि प्रबंधन के खिलाफ जंग का बिगुल तक बजा डाला । इससे प्रबंधन भी दहशत में और कर्मचारी भी परेशान ।
दरअसल लगातार धरना प्रदर्शन से कारखाने का प्रोडक्शन भी प्रभावित होने लगा । कर्मचारियों के पीपी बोनस, इंसेंटिव, दीवाली बोनस और कैंटीन व्यवस्था में सुधार जैसे मुद्दे पिछले तीन माह से छाये हुये हैं । बड़ी बात यह है कि तीन यूनियनों ने तो हारी हुई इंटक को बैठकों में बार-बार बुलाने पर प्रबंधन से टकराव की स्थिति निर्मित कर दी । यह भी अजीब बात है कि दूसरी और अभी कमेटियों का गठन ही नहीं हुआ और प्रबंधन ने 3 सितंबर को प्लांट कमेटी की बैठक बुला डाली ।
कमेटी में अकेले बीएमएस यूनियन के ही सदस्य शामिल किये गये हैं । प्लांट कमेटी के बैठक अपने आप में अहम मानी जाती है इस बैठक में जुलाई 2022 के उत्पादन की जानकारी एवं कंपनी के सामने आने वाली चुनौतियां व आर्डर बुक के बारे में चर्चा की जायेगी । अगामी कार्य योजना,टीएडी विभाग की गतिविधियां,चिकित्सा सेवा से जुड़ी बातें विभाग प्रमुख द्वारा बैठक में बताई जायेंगी । इसमें यूनियने अपने-अपने सुझाव देने के साथ सुधार के मुद्दे भी उठायेगी ।
प्लांट कमेटी के बैठक का एचएमएस,ऑल इंडिया भेल एम्पलाईज यूनियन और सीटू ने बहिष्कार कर डाला । इसको लेकर स्थानीय प्रबंधन परेशान है और उसे इस संकट से निपटने के लिये भेल दिल्ली कॉरपोरेट ऑफिस की शरण में जाना पड़ा । इस बैठक में सभी यूनियनों का शामिल होना जरूरी है । तब ही भेल कारखाने के प्रोडक् शन के बारे में जहां प्रबंधन जानकारी देगा वहीं प्रतिनिधि यूनियन से उत्पादन में भागीदारी बढ़ाने के संबंध में चर्चा हो पायेगी । भेल के मुखिया एसके बावेजा दिल्ली में हैं । उनके आने के बाद ही स्थिति साफ हो पायेगी की यह बैठक होगी या नहीं यदि होगी तो बहिष्कार करने वाली यूनियने भी शामिल होंगी या नहीं ।
इनका कहना है
भेल प्रबंधन ने प्लांट कमेटी कि बैठक नर्मदा गेस्ट हॉउस मे आयोजित की है, इस बैठक का सीटू यूनियन बहिष्कार करती है। कर्मचारियों को पिछले 2 साल घाटा का बहाना बनाकर बोनस नहीं दिया गया । कर्मचारियों के पीपी बोनस, इंसेंटिव, दीवाली बोनस के निराकरण के लिए जेसीएम कि बैठक जब तक नहीं बुलाई जाती है तब तक सीटू यूनियन प्रबंधन के साथ प्लांट कमेटी कि बैठक का बहिष्कार करती रहेगी। यदि प्रबंधन शीघ्र जेसीएम कि बैठक नहीं बुलाती है तो 7 सितंंबर से सीटू यूनियन टूल डाउन करने हेतु विवश होगी।
अतुल मालवीय प्रवक्ता, सीटू यूनियन
जब कमेटियों का गठन ही नहीं हुआ तो प्रबंधन को प्लांट कमेटी की बैठक ही नहीं बुलाना चाहिये । यदि उन्हें एक ही यूनियन के दम पर कारखाना चलाना है तो वह सभी कमेटियों की उनके प्रतिनिधि नियुक्त कर दें । ऐबू यूनियन प्रबंधन के इस रवैये के चलते धीरे-धीरे सभी कमेटियों का बहिष्कार करेगी । प्लांट कमेटी की बैठक का यूनियन बहिष्कार करती है ।
रामनारायण गिरी राष्ट्रीय अध्यक्ष, ऑल इंडिया भेल एम्पलाईज यूनियन
एक यूनियन से दबी प्रबंधन नियमों की धज्जियां उड़ा रहा है जब प्लांट कमेटी का गठन ही नहीं हुआ । ऐसे में कमेटी की बैठक बुलाना किसी के गले नहीं उतर रहा है । प्रबंधन को चाहिये की वह अब पूरा कारखाना एक यूनियन से चलवाये । हमारी यूनियन का विरोध व बहिष्कार जारी रहेगा ।
हेमंत सिंह वरिष्ठ सचिव ,एचएमएस यूनियन