लखनऊ
कुलदीप यादव को टी-20 वर्ल्ड कप के लिए स्क्वॉड में जगह नहीं मिली। टीम मैनेजमेंट अब उन्हें सिर्फ वनडे मुकाबले ही खिलाता है। जिम्बाब्वे दौरे में उन्होंने तीन वनडे में तीन विकेट चटकाए थे। एशिया कप, ऑस्ट्रेलिया और साउथ अफ्रीका के खिलाफ टी-20 सीरीज से बाहर रहने के बाद जैसे ही इस खिलाड़ी को मौका मिला, उसे भुनाते ही कमाल कर दिया। कुलदीप यादव ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ पहले वनडे में एडम माक्ररम को हिलने को चारों खाने चित कर दिया।
दरअसल, टी-20 सीरीज अपने नाम करने के बाद भारत की मुख्य टीम वर्ल्ड कप के लिए ऑस्ट्रेलिया रवाना हो गई जबकि शिखर धवन की अगुवाई में हमारी बेंच स्ट्रेंथ साउथ अफ्रीका से वनडे सीरीज में लोहा ले रही है। बारिश और मैदान गीला होने की वजह से एकाना स्टेडियम में मैच देरी से शुरू हुआ। 40 ओवर के मुकाबले में टॉस जीतकर भारत ने साउथ अफ्रीका को पहले बल्लेबाजी के लिए बुलाया। अच्छी शुरुआत के बाद प्रोटियाज टीम लड़खड़ा गई।
बेहतरीन गेंद और माक्ररम का काम तमाम
15 ओवर में साउथ अफ्रीका का स्कोर 2 विकेट के नुकसान पर 70 रन था। क्विंटन डिकॉक मोर्चा संभाले हुए थे तो दूसरी छोर से विकेटों का पतझड़ जारी था। टेम्बा बावुमा को फिर सस्ते में निपटाते ही अगले ओवर की जिम्मेदारी शिखर धवन ने कुलदीप यादव को दी। इधर कुलदीप नए बॉलर थे तो उधर एडम माक्ररम भी क्रीज पर पहली बार पहुंचे थे। पहली गेंद पर सिंगल लेकर डिकॉक ने स्ट्राइक माक्ररम को दी। अब यहां से कुलदीप ने उन्हें अपने जाल में फंसाना शुरू किया। कभी गुगली, कभी फुलर तो कभी लेग स्पिन फेंकी। लगातार चार गेंद में उलझाने के बाद ओवर की आखिरी बॉल पर फिर से लेग स्पिन किया। मगर इस बार लेंथ आगे रखी। चौथे स्टंप से गेंद अंदर की ओर आई। बैट-पैड के बीच थोड़ा सा गैप था। गेंद अंदर घुसी और स्टंप उखाड़ ले गई। वनडे में पिछले 5 एनकाउंटर में यह तीसरा मौका था, जब कुलदीप ने माक्ररम का काम तमाम किया।
बाबर आजम को भी ऐसे ही फंसाया था
इस विकेट से फैंस को 2019 वर्ल्ड कप याद आ गया। जब कुलदीप यादव ने पाकिस्तानी कप्तान बाबर आजम को कुछ इसी तरह अपने जाल में फंसाया था। तब लक्ष्य का पीछा कर रही पाकिस्तानी टीम ने 24वें ओवर में कुलदीप का जादू देखा था। आखिरी गेंद को कुलदीप ने 78 किमी/घंटा की रफ्तार से फेंका, जिसे खेलने के लिए बाबर आजम आगे बढ़े, लेकिन बॉल 8.80 डिग्री के एंगल का टर्न लेते हुए बैट और पैड के बीच में विकेटों में जा घुसी थी।