भोपाल
भेल टाउनशिप की सुरक्षा को लेकर प्रबंधन भले ही चुस्त-दुरुस्त व्यवस्था कर रहा हो, लेकिन खेल मैदानों की सुरक्षा की ओर उसका ध्यान नहीं है। भेल खेल प्राधिकरण और स्पोर्टस क्लब से जुड़े खिलाडिय़ों के लिए पिपलानी में बने फुटबाल मैदान का उपयोग दूसरे खेलों के लिए किया जा रहा है जबकि बाहरी लोगों का प्रवेश इस मैदान पर प्रतिबंधित है। इससे फुटबाल मैदान को नुकसान हो रहा है। यह मैदान मनचलें युवक-युवतियों के लिए सैरगाह बन गया है। पुलिस इन मनचलों पर हाथ नहीं डाल पा रही है।
जानकारी के मुताबिक भेल टाउनिशप में खेलों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से भेल प्रबंधन ने पिपलानी में एक मैदान फुटबाल खेल के लिए बनाया था। इस मैदान पर बाहरी लोगों का प्रवेश प्रतिबंधित है। इसके लिए बाकायदा एक बोर्ड भी लगाया गया है। इस पर बाहरी लोगों को यहां खेलते हुए या अन्य गतिविधियां करते पाए जाने पर कार्रवाई करने के साफ-तौर पर निर्देश भी लिखे हैं, लेकिन इसके बावजूद इस मैदान पर अन्य खेलकूद हो रहे हैं। इससे मैदान को नुकसान पहुंच रहा है। अवकाश के दिन तो यहां दूसरे क्षेत्रों के लोग क्रिकेट प्रतियोगिता का आयोजन तक करते हैं, लेकिन इसे रोकने प्रबंधन का ध्यान नहीं है।
जानकारों का कहना है कि दूसरे खेलों के आयोजन से मैदान का समतलीकरण बिगड़ जाता है। ऐसे में खेल के अनुरूप बनाए गए मैदान के मेंटेनेंस में भी परेशानी आती है, लिहाजा दूसरे खेलों का आयोजन इस मैदान पर नहीं होना चाहिए। फुटबाल मैदान विशेष रूप से फुटबाल के लिए ही बनाया गया है। भेल केटीओ के अध्यक्ष आरएस ठाकुकर का कहना है कि जहां प्रबध्ंान सुरक्षा के नाम पर करोड़ों खर्च कर रहा है वहां पिपलानी फुटबाल मैदान पर भी सुरक्षा व्यवस्था होनी चाहिए।