भोपाल
आर्थिक संकट का रोना रोते हुए भेल प्रशासन ने अपनी ही उद्योग नगरी में रहने वाले लोगों की समस्याओं पर लगभग ध्यान देना ही बंद कर दिया। हाल यह है कि छोटे-छोटे सेक्टर बड़े गढ्ढों में तब्दील हो गई है। ऐसा ही नजारा भेल उद्योग नगरी गोविंदपुरा के डी सेक्टर में देखा जा सकता हैं यहां एक नहीं सड़कों पर कई जान लेवा गढ्ढें बन गये हैं । आये दिन लोग यहां गिर रहे हैं। गोविंदपुरा सिविल आफिस बजाय इन गढ्ढों पर मलबा डलवाने के खाली क्वाटरों के सामने मलबा डलवा रहे हैं।