नई दिल्ली,
देश की नामी महिला पहलवानों डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष बृजभूषण सिंह के खिलाफ धरने पर बैठी हैं. उनके खिलाफ एक नाबालिग समेत सात महिला पहलवानों ने यौन शोषण का आरोप लगाया है. इस मामले में बृजभूषण के खिलाफ पॉक्सो समेत दो एफआईआर दर्ज हो चुकी हैं.
इस मामले में दिल्ली पुलिस ने बृजभूषण सिंह के फिर से बयान दर्ज किए. पुलिस ने उनसे कुछ दस्तावेज भी मांगे हैं. पुलिस ने कहा कि जरूरत होने पर उन्हें फिर बयान दर्ज कराने के लिए बुलाया जाएगा. बृजभूषण ने अपने ऊपर लगे आरोपों को नकारा है. एसआईटी की जिस टीम ने बीजेपी सांसद से पूछताछ की है, उनमें छह सदस्यों में चार महिलाएं हैं. ब्रिज भूषण शरण का अब तक दो बार बयान दर्ज किया जा चुके हैं. बृजभूषण के अलावा दूसरे आरोपी डब्ल्यूएफआई के अस्सिटेंट सेक्रेटरी विनोद तोमर के बयान दर्ज किए गए हैं.
इससे एक दिन पहले नाबालिग ने कोर्ट के सामने अपने बयान दर्ज करवाए. पुलिस सूत्रों के मुताबिक इस मामले में नाबालिग मजिस्ट्रेट के सामने 164 में बयान दर्ज करा दिया है. उसने इस दौरान भी बृजभूषण सिंह पर अपने लगाए गए आरोपों को दोहराया. हालांकि जिस वक्त उसने अपने साथ वारदात बताई है, उस समय वह बालिग थी या नाबालिग, अभी इसकी जांच की जा रही है. इसके अलावा पुलिस को शिकायत के हिसाब से अब तक एक भी टेक्निकल एविडेन्स और चश्मदीद नहीं मिला है. पुलिस सभी सबूतों की पड़ताल करने के बाद ही कोई एक्शन लेगी. पहलवान 23 अप्रैल से जंतर-मंतर पर धरने पर बैठे हैं.
पहलवान साक्षी मलिक ने एक दिन पहले कहा था कि अगर बृजभूषण शरण सिंह को अपनी ईमानदारी पर भरोसा है, तो उनका लाई डिटेक्टर नार्को टेस्ट कराया जाए. साक्षी ने कहा, “मैं डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष को नार्को टेस्ट लेने की चुनौती देता हूं. हम भी जांच कराने को तैयार हैं. सच्चाई सामने आने दीजिए कि दोषी कौन है और कौन नहीं.” वहीं बजरंग पुनिया ने कहा कि वे चाहते हैं कि सभी प्रतियोगिताएं आईओए के तदर्थ पैनल के तहत हों. अगर डब्ल्यूएफआई प्रमुख किसी भी तरह से शामिल हैं, तो हम इसका विरोध करेंगे.
यूपी समेत कई राज्यों में भेजी गई टीमें
दिल्ली पुलिस यौन शोषण मामले में जांच के लिए अब तक दिल्ली के बाहर दूसरों राज्यों में गई है. जानकारी के मुताबिक पुलिस की टीमें जांच के लिए उत्तर प्रदेश, झारखंड, हरियाणा, कर्नाटक समेत कुछ अन्य जगहों पर भी भेजी गई है. महिला पहलवानों के बयान के आधार पर ये टीमें भेजी गई हैं.
पिछले हफ्ते भी रेसलर्स के दर्ज हुए थे बयान
पहलवानों से छेड़छाड़ मामले में पुलिस ने पिछले हफ्ते 6 मई को सभी 7 शिकायतकर्ता रेसलर के बयान दर्ज किए थे. सभी शिकायतकर्ताओं के बयान नई दिल्ली डिस्ट्रिक्ट में हुए हैं. शिकायतकर्ता के वकील की मौजूदगी में सभी के बयान दर्ज किए गए थे. शिकायतकर्ताओं ने अलग-अलग इंसिडेंट के बारे में बयान दिए हैं, लेकिन छेड़छाड़ की तारीख किसी भी पहलवान को याद नहीं.
किसानों ने 21 मई तक दिया अल्टिमेटम
दिल्ली के जंतर-मंतर पर 7 मई को कुश्ती खिलाड़ियों के समर्थन में किसान भी पहुंच गए थे. किसान नेता राकेश टिकैत समेत हरियाणा और पंजाब के कई नेताओं ने खिलाड़ियों से मुलाकात की थी. इस बीच अब किसानों ने केंद्र सरकार को 15 दिन का अल्टीमेटम दे दिया था. किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा था कि पहलवान अपना संघर्ष जारी रखें. संयुक्त किसान मोर्चा और खापों की मांग है कि बृजभूषण को गिरफ्तार किया जाए. अगर 21 मई तक बृजभूषण की गिरफ्तारी नहीं हुई तो बड़ा फैसला लिया जाएगा. खिलाड़ियों का अपमान बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. ये पहलवान देश की संपत्ति हैं. साक्षी, बजरंग और बजरंग 21 मई तक जंतर मंतर पर रहेंगे. यहीं रहेंगे, यहीं प्रैक्टिस करेंगे और आंदोलन जारी रखेंगे.