कनाडा के 41 राजनयिकों को निकालने पर अड़ा भारत, ट्रूडो को विदेश मंत्रालय की दो टूक

नई दिल्ली,

भारत और कनाडा के बीच जारी राजनयिक तनाव के बीच भारतीय विदेश मंत्रालय ने आज गुरुवार को साप्ताहिक प्रेस कॉन्फ्रेंस की. प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने साफ शब्दों में कहा है कि भारत की तुलना में कनाडा के बहुत ही ज्यादा डिप्लोमैट नई दिल्ली में हैं. इसे कम करने की जरूरत है.

दरअसल, दो दिन पहले ही ब्रिटिश अखबार फाइनेंशियल टाइम्स ने अपनी एक रिपोर्ट में कहा था कि भारत ने कनाडा को 10 अक्टूबर तक का अल्टीमेटम देते हुए अपने 41 डिप्लोमैट को वापस बुलाने के लिए कहा है. रिपोर्ट के मुताबिक, भारत ने सख्त लहजे में कहा है कि तय समय के बाद भी ये राजनयिक अगर भारत में रहते हैं तो इनकी सभी छूट खत्म कर दी जाएगी.

कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने 18 सितंबर को कनाडा की संसद में बोलते हुए भारत पर आरोप लगाया था कि जून 2023 में हुई हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारत का हाथ हो सकता है. ट्रूडो के इस संगीन आरोप के बाद से ही दोनों देशों के बीच राजनयिक तनाव जारी है.

कनाडा के साथ जारी राजनयिक विवाद को लेकर पूछे गए एक सवाल का जवाब देते हुए अरिंदम बागची ने कहा कि दोनों देशों के बीच बातचीत जारी है. दोनों देशों में राजनयिकों की संख्या में बराबरी होना जरूरी है. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि ये कनाडा पर निर्भर करता है कि वो किस राजनयिक को अपने उच्चायोग के साथ रखता है.

यह पूछे जाने पर कि क्या कनाडाई राजनयिकों की संख्या में कमी से भारत में कनाडाई उच्चायोग द्वारा जारी किए जाने वाले वीजा की संख्या में कमी देखी जा सकती है. इस पर बागची ने कहा, “यह कनाड पर निर्भर है कि वे उच्चायोग के कर्मचारियों के लिए किसे चुनते हैं. हमारी चिंताएं राजनयिक उपस्थिति में समानता सुनिश्चित करने से संबंधित हैं.उन्होंने आगे कहा कि भारत फिलहाल दो चीजों पर फोकस कर रहा है. पहला- कनाडा में ऐसा माहौल हो, जहां भारतीय राजनयिक ठीक से काम कर सकें. दूसरा- राजनयिक क्षमता के मामले में समानता हासिल करना.

किसे वापस बुलाना है ये कनाडा तय करेः विदेश मंत्रालय
फाइनेंशियल टाइम्स की रिपोर्ट के बाद कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने कहा था कि कनाडा, भारत के साथ तनाव को बढ़ाना नहीं चाहता है. कनाडा भारत के साथ जिम्मेदारीपूर्वक और रचनात्मक रिश्ते जारी रखेगा.

इससे जुड़े पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए अरिंदम बागची ने कहा, “हम दोनों देशों में मौजूद राजनयिकों की संख्या की बराबरी की ओर देख रहे हैं. हम फैक्ट देख रहे हैं. भारत में कनाडा के बहुत ज्यादा राजनयिक हैं. ऐसे में राजनयिकों की संख्या बराबर हो, इसके लिए दोनों देशों के बीच बातचीत जारी है. हम चाहते हैं कि दोनों देशों में राजनयिकों की संख्या बराबर हो. हमारा एक ही फोकस है कि दोनों देशों के राजनयिकों की संख्या बराबर हो. अब यह कनाडा को तय करना है कि उसके कौन डिप्लोमेट उसके उच्चायोग के साथ रहेंगे.

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