नई दिल्ली,
दिल्ली के कथित शराब घोटाले मामले में केंद्रीय जांच एजेंसी सीबीआई ने बीआरएस नेता के कविता को अरेस्ट कर लिया है. वह ईडी के मामले में अभी न्यायिक हिरासत में हैं. आपको बता दें कि के कविता को ईडी की टीम ने पिछले महीने ही हैदराबाद में उनके घर से गिरफ्तार किया था.
दिल्ली शराब नीति मामले में गिरफ्तार भारतीय राष्ट्र समिति (BRS) की नेता और तेलंगाना के पूर्व मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव की बेटी के. कविता को कोर्ट से भी राहत नहीं मिल रही है. सोमवार को राउज एवेन्यू कोर्ट ने उनकी अंतरिम जमानत याचिका खारिज कर दी थी. कविता ने अपने 16 वर्षीय बेटे की चल रही परीक्षाओं का हवाला देते हुए अंतरिम जमानत मांगी थी. दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने 4 अप्रैल को कविता और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की ओर से पेश वकील की दलीलें सुनने के बाद अपना आदेश सुरक्षित रख लिया था.
इन सबके बीच सवाल उठता है कि दिल्ली के शराब घोटाले में तेलंगाना की एमएलसी के. कविता कैसे फंस गईं? उन्हें किस आरोप में गिरफ्तार किया गया है? ईडी का दावा है कि के. कविता शराब कारोबारियों की ‘साउथ ग्रुप’ लॉबी से जुड़ी हुई थीं. साउथ ग्रुप की दिल्ली सरकार की 2021-22 की एक्साइज पॉलिसी में बड़ी और अहम भूमिका रही थी.आरोप है कि शराब घोटाले के आरोपी विजय नायर को कथित रूप से कम से कम 100 करोड़ रुपये की रिश्वत ‘साउथ ग्रुप’ से मिली थी. साउथ ग्रुप ने ये रिश्वत आम आदमी पार्टी के नेताओं को देने के लिए उसे दी थी.
आखिरी पूछताछ में ईडी ने हैदराबाद के कारोबारी अरुण रामचंद्रन पिल्लई और कविता का आमना-सामना भी करवाया था. पिल्लई को इस मामले में गिरफ्तार किया जा चुका है. पिल्लई को कविता का करीबी माना जाता है. हालांकि, कविता ने तब दावा किया था कि उन्होंने कुछ भी गलत नहीं किया है. उन्होंने आरोप लगाया था कि केंद्र सरकार ईडी का ‘इस्तेमाल’ कर रही है, क्योंकि बीजेपी तेलंगाना में ‘बैकडोर से एंट्री’ नहीं कर सकती है.
ऐसे फंसती गईं कविता
दिसंबर 2022 में ईडी ने आरोपी अमित अरोड़ा के रिमांड पेपर में दावा किया था कि आम आदमी पार्टी के नेताओं के लिए विजय नायर और दूसरे लोगों को ‘साउथ ग्रुप’ ने 100 करोड़ की रिश्वत दी थी. पिछले साल फरवरी में सीबीआई ने अकाउंटेंट बुचीबाबू गोरंतला को गिरफ्तार किया था. ईडी ने भी बुचीबाबू से पूछताछ की थी और उसका बयान दर्ज किया था.
माना जाता है कि बुचीबाबू कविता को अकाउंट संभाला करता था.इसके बाद पिछले साल ही मार्च में ईडी ने अरुण रामचंद्रन पिल्लई को भी गिरफ्तार किया था. पिल्लई ने पूछताछ में बताया था कि कविता और आम आदमी पार्टी के बीच एक समझौता हुआ था.इसके तहत 100 करोड़ रुपये का लेन-देन हुआ, जिससे कविता की कंपनी ‘इंडोस्पिरिट्स’ को दिल्ली के शराब कारोबार में एंट्री मिली.पिल्लई ने ये भी बताया कि एक मीटिंग हुई थी, जिसमें वो, कविता, विजय नायर और दिनेश अरोड़ा मौजूद थे. इस मीटिंग में दी गई रिश्वत की वसूली पर चर्चा हुई थी.