नई दिल्ली
लोकसभा में भगवान शिव की तस्वीर दिखाने से रोकने पर विपक्षी दल के नेता राहुल गांधी ने सवाल खड़ा कर दिया। उन्होंने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से बार-बार पूछा कि क्या इस सदन में शिव जी का चित्र दिखाने से मनाही है? क्या इस सदन में शिव जी की तस्वीर नहीं दिखाई जा सकती है? राहुल राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा में शामिल हुए और अपनी बातें भगवान शिव की तस्वीर दिखाकर ही शुरू की। इस पर अध्यक्ष ओम बिरला ने उन्हें सदन के नियमों का हवाला दिया।
राहुल गांधी ने लोकसभा अध्यक्ष से कहा, ‘आप यहां 55 घंटे से बैठे हैं, आप पत्थर जैसे हैं, आप हिलते क्यों नहीं? मैं आज अपने भाषण में बीजेपी और आरएसएस को कहना चाहता हूं कि हमारे आइडिया के बारे में है जिसका पूरा विपक्ष इस्तेमाल कर रहा है। यह आइडिया कहां से आता है, यह कैसे हमें ताकत देता है? यह हमें ताकत देता है कि बिना डरे आगे बढ़ो।’
इतना कहते ही जब उन्होंने भगवान शिव की तस्वीर अपने हाथों में उठाई और लोकसभा अध्यक्ष के टोकने पर कहा, ‘यहां शिव जी का चित्र दिखाना मना है क्या? ये चित्र पूरे हिन्दुस्तान के दिल में है। सब इस इमेज को जानता है।’ राहुल ने आगे कहा, ‘जब भगवान शिव अपने गले में सांप लपेटते हैं तो वो कहते हैं कि वह हकीकत को स्वीकार करते हैं। उनकी बायीं हाथ की तरफ त्रिशूल है। त्रिशूल हिंसा का प्रतीक नहीं है बल्कि ये अहिंसा का प्रतीक है। अगर ये हिंसा का प्रतीक होता तो वह दायें हाथ में होता है।’