इन दिनों बीएचईएल भोपाल में जीएम एचआर को लेकर अटकलों का बाजार गरम है। जनवरी में वर्तमान जीएम एचआर बीके सिंह रिटायर होने वाले हैं। ऐसे में अगले माह इस पद पर कौन आसीन होगा इसके लिए कई नाम सामने आ रहे हैं। फ़िलहाल महाप्रबंधक गौतम मजूमदार, प्रदीप उपाध्याय, विपुल अग्रवाल के नामों की चचार्एं कुछ ज्यादा ही हो रही हैं, वहीं अपर महाप्रबंधक टीयू सिंह, विनोदानंद झा काबिल अफसर होने के कारण दिल्ली तक इनके नामों की चर्चाएं हैं। महाप्रबंधकद्वय प्रदीप उपाध्याय और विपुल अग्रवाल की ना के चलते हुए गौतम मजूमदार का सिंगल नाम भी दिल्ली कॉरपोरेट में सामने आया है। खबर तो यह भी है कि बीके सिंह की छुटटी पर जाने के बाद श्री मजूमदार ने दो दिन काम करने की प्रैक्टिस भी की है। इसलिए उनके नाम पर ज्यादा ही भरोसा किया जा रहा है। हालांकि वह इस जवाबदारी भरे पद को संभाल पाएंगे या नहीं इसको लेकर भी प्रशासनिक स्तर पर कई तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं। बडी बात यह है कि इस पद पर बैठने वाले को नेताओं से कुछ ज्यादा ही जूझना पडता है और इसके लिए दम की जरूरत है। ऐसे में शीर्ष प्रबंधन क्या फैसला लेता है यह तो अगले माह ही पता चल पाएगा।
बीएचईएल झांसी के ईडी पद के दावेदार
यूं तो अगले साल बीएचईएल जैसी महारत्न कंपनी में कई कार्यपालक निदेशक के पद खाली होंगे। इस पद के लिए भी कई दावेदार हैं। फ़िलहाल झांसी के ईडी विनय निगम जनवरी में भेल को अलविदा कहेंगे। ऐसे में यहां का कौन बनेगा ईडी इसके अटकलों का भी बाजार गरम है। यूं तो भोपाल यूनिट के महाप्रबंधक रिजवान सिदृदीकी का नाम बहुत जोर—शोर से लिया जा रहा है। वहीं भोपाल यूनिट में काम कर चुके व दिल्ली में पदस्थ बेबी लोनी और झांसी के महाप्रबंधक श्री राफे का नाम भी प्रमुखता से लिया जा रहा है। हालांकि यह भी कहा जा रहा है कि अगले साल ईडी पद खाली होने के बाद इस पद के लिए साक्षात्कार लिए जा सकते हैं यानि नए ईडी बनाए जा सकते हैं। फ़िलहाल इस साल इस पद की वैकेंसी नहीं है। कंपनी ने अगले साल कम से कम छह—सात अफसर ईडी बन सकते हैं। इसके पूर्व यदि झांसी में किसी को ईडी बनाकर भेजा गया तो वे जीएम हेड बनाकर ही भेजा जा सकता है। फ़िलहाल चेयरमेन के पाले में गेंद है। इसलिए नए साल का इंतजार करना होगा।