UP : 100 साल से बंद पड़ा था शिव मंदिर, गैस कटर से खोला गया ताला, अंदर मिले खंडित शिवलिंग

वाराणसी ,

वाराणसी में करीब 100 साल से मुस्लिम बहुल इलाके में बंद पड़े एक शिव मंदिर को बीते दिन खोला गया. इसे सिद्धेश्वर महादेव मंदिर बताया जा रहा है. मंदिर के ताले को गैस कटर की मदद से काटा गया, क्योंकि मंदिर के गेट पर लगे ताले की चाबी नहीं थी. मंदिर के अंदर दाखिल होने पर तीन खंडित शिवलिंग मिले. अब खरमास के बाद इनकी पुनर्स्थापना कराई जाएगी और पूजा-पाठ शुरू किया जाएगा.

आपको बता दें कि सनातन रक्षक दल ने इस मंदिर को खोले जाने को लेकर पुलिस में प्रार्थना पत्र दिया था, जिसका संज्ञान लेते हुए 8 जनवरी को पुलिस-प्रशासन ने सिद्धेश्वर महादेव मंदिर को खुलवाया. वाराणसी के दशाश्वमेध क्षेत्र के मदनपुरा इलाके में स्थित मंदिर को खोले जाने के दौरान सुरक्षा व्यवस्था के चाक-चौबंद इंतजाम किए गए थे.

लंबे समय से बंद रहने के कारण मंदिर के अंदर मिट्टी और मलबा भर गया था. सबसे पहले उसे निकालने का काम किया गया. थोड़ी साफ-सफाई के बाद मंदिर के अंदर से तीन खंडित शिवलिंग मिले. खरमास के बाद मंदिर में पुन: शिवलिंग स्थापित करके पूजा पाठ का काम शुरू होगा.

मंदिर को खुलवाने के लिए मौजूद डीसीपी काशी गौरव बंसवाल ने बताया कि मदनपुरा इलाके में 100 वर्षों के बाद बंद पड़ा मंदिर खोला जा रहा है. मंदिर के अंदर बहुत ही धूल और मिट्टी है जिसको धीरे-धीरे निकाला जा रहा है. लोगों के सहयोग से काम हो रहा है. यह पूछे जाने पर कि अंदर क्या-क्या मिला है…? DCP ने बताया कि कई वर्षों से बंद पड़े रहने और मिट्टी-मलबे की वजह से मंदिर जर्जर हालत में है. धीरे-धीरे मलबा हटाया जा रहा है ताकि अंदर कोई वस्तु मिले तो उसे क्षति न पहुंचे. ताले को तोड़कर मंदिर को खोला गया है.

वहीं, सुरक्षा के सवाल पर डीसीपी ने बताया कि PAC और पुलिस के जवान लगातार मुस्तैद हैं. कैमरे, ड्रोन और रुफ टॉप ड्यूटी के जरिए भी निगरानी की जा रही है. जबकि, मंदिर में पूजा-पाठ के सवाल पर उन्होंने बताया कि मंदिर सार्वजनिक है तो किसी एक को अधिकृत नहीं किया जा सकता है. फिलहाल, कोई भी आकर पूजा-पाठ कर सकता है.

वहीं, ADM सिटी अलोक वर्मा ने बताया कि मंदिर खोलने में किसी ने विरोध नहीं किया, सभी लोग तैयार थे. साफ-सफाई का काम चल रहा है. जल्द ही पूजा-पाठ पर निर्णय लिया जाएगा. करीब 2 फीट की मिट्टी की परत जमा थी, जिसे नगर निगम के सहयोग से साफ कराया जा रहा है.

मुस्लिम बहुल इलाके में सिद्धेश्वर मंदिर के बंद होने का मुद्दा उठाने वाले सनातन रक्षक दल के प्रदेश अध्यक्ष अजय शर्मा ने बताया कि काशीवासियों के वर्षों के प्रयास के बाद यह मंदिर खुला है. चूंकि, इस समय खरमास चल रहा है इसलिए खंडित मिले शिवलिंग की पुनर्स्थापना नहीं हो सकती. खरमास के बाद प्राण प्रतिष्ठा का काम किया जाएगा. फिलहाल, प्रशासन ने मंदिर खोल दिया है और शिखर दर्शन के अलावा साफ-सफाई का काम भी चल रहा है.

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