नई दिल्ली,
बॉलीवुड अभिनेता सैफ अली खान हमले के 5 दिन बाद स्वस्थ होकर घर जा चुके हैं, लेकिन जिस तरह वह अस्पताल से निकले और बिल्कुल चुस्त दुरुस्त हालत में अपने घर पहुंचे, उसे लेकर राजनीतिक सवाल उठाए जाने लगे हैं. शिवसेना नेता संजय निरुपम और उद्धव ठाकरे की पार्टी के नेता संजय राउत ने सैफ अली खान के गहरे जख्म के इतनी जल्दी ठीक होने पर हैरानी जता रहे हैं. संजय निरुपम ने तो पकड़े गए बांग्लादेशी आरोपी को लेकर ही सवाल उठा दिया है.
निरुपम ने आशंका जताई है कि सीसीटीवी में दिख रहा आरोपी और पकड़े गए बांग्लादेशी आरोपी का चेहरा एक जैसा क्यों नहीं दिखता. संजय निरुपम ने सैफ अली खान और करीना कपूर से पूरी वारदात का सच उजागर करने की मांग की है. निरुपम ने आशंका जताई है कि मुंबई में घुसपैठिये बांग्लादेशी ड्रग्स जैसे अवैध कारोबार में भी संलिप्त होते हैं. हालांकि मुंबई पुलिस सूत्रों का कहना है कि आरोपी के खिलाफ उनके पास पर्याप्त सबूत हैं.
सैफ पर हमले को लेकर उठ रहे ये सवाल
मोबाइल लोकेशन डेटा से लेकर कपड़ों पर खून के दाग. सैफ के बेटे जहांगीर के कमरे में मिली आरोपी की टोपी से लेकर तमाम सबूत पुलिस को मिल चुके हैं जिसकी फॉरेंसिक जांच चल रही है. पुलिस ने सैफ अली खान का बयान भी दर्ज कर लिया है. लेकिन सवाल ये है कि सैफ हमला केस में पुलिस की थ्योरी पर आखिर सवाल क्यों उठ रहे हैं? सवाल ये भी है कि आखिर सरकार में शामिल शिवसेना के नेता ही जांच की दिशा और तथ्यों पर सवाल क्यों खड़े कर रहे हैं? और सवाल ये भी है कि क्या सैफ हमला केस में अभी पूरा सच सामने आना बाकी है?
दरअसल, सैफ अली खान जब लीलावती अस्पताल से अपने घर के लिए निकले तो वह सफेद शर्ट, नीली जींस और काला चश्मा लगाकर चेहरे पर मुस्कान के साथ नजर आए. उनके इस अंदाज को देखकर तमाम लोग सवाल उठा रहे हैं कि सैफ क्या वाकई इतने ताकतवर हैं कि चाकू का ढाई इंच से लंबा टुकड़ा रीढ़ की हड़्डी के पास धंसने के बावजूद पांच दिन में फिर से उसी तरह उठ खड़े हुए हैं, जैसे कुछ हुआ ही ना हो.
सैफ का यूं ही फिट होकर चलना मानो महाराष्ट्र में सत्ताधारियों और विपक्ष, दोनों के मन में सवाल पैदा कर रहा है. शिंदे की शिवसेना और उद्धव की शिवसेना, दोनों दल के नेताओं के मन में संशय है. जैसे संजय निरूपम के मन में ये कौंध रहा है कि सैफ इतना ठीक कैसे हो सकते हैं?
सैफ अली खान ने लीलावती अस्पताल से डिस्चार्ज होने के बाद निकले तो कार में बैठकर मीडिया के संबोधन को मुस्कुराकर जवाब दिया. जब वे घर पहुंचे तो खुद ही कार से उतरकर बिल्डिंग के अंदर जाते दिखे. तब सैफ के हाथ की कलाई में पट्टी बंधी हुई नजर आई. वहीं गर्दन के पास कान के पीछे की तरफ भी बैंडेज नजर आया. अब इसे चमत्कार मानकर संजय राउत भी दबी जुबान शंकाओं में लिपटा सवाल उठा रहे हैं.
अस्पताल से निकलते ही इतना फिट? संजय निरुपम ने उठाए सवाल
शिवसेना (शिंदे) नेता संजय निरुपम ने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा, “डॉक्टरों का कहना था कि सैफ अली खान की पीठ में 2.5 इंच अंदर तक चाकू घुसा था. संभवत: अंदर ही फंसा था. लगातार 6 घंटे ऑपरेशन चला. यह सब 16 जनवरी की बात है. अस्पताल से निकलते ही इतना फिट? सिर्फ 5 दिन में? कमाल है!”
वहीं इस मसले पर आजतक के साथ बातचीत में संजय निरुपम ने कहा कि हम चाहते हैं कि सैफ स्वस्थ रहें, जब हमला हुआ तो पूरी मुंबई पर सवाल खड़ा कर दिया. सरकार पर सवाल उठाए गए लेकिन जब वो हॉस्पिटल से बाहर आए, तो हमारे मन में कुछ सवाल आए. उन्होंने आगे कहा, “2.5 इंच का चाकू घुसा, ऑपरेशन हुआ लेकिन अस्पताल से सैफ उछलते-कूदते हुए निकले. 4 दिन में कोई इतना ठीक हो सकता है क्या? अस्पताल ने कहा कि सैफ लहूलुहान हालत में अस्पताल पहुंचे थे. सैफ का वो CCTV फुटेज कहां है? क्या नाबालिग बच्चा अपने बाप को लेकर अस्पताल जा सकता है?”
उन्होंने कहा कि 8 नौकर उनके घर में थे, फिर भी इतना बड़ा हमला कैसे हो गया. पुलिस ने भी 3 दिन में 3 अभियुक्त पकड़ लिए. पुलिस के रवैये से भी हम परेशान हैं. क्या अभियुक्त सच में बांग्लादेशी है भी या नहीं? देखना होगा कि क्या कोई खेल चल रहा है क्या?
संजय राउत ने क्या कहा
उद्धव ठाकरे की पार्टी के नेता संजय राउत ने भी सवाल उठाते हुए कहा कि मेडिकल चमत्कार है. मैं उनकी (सैफ) हेल्थ के लिए शुभकामनाएं दूंगा. चाकू जितना भी अंदर घुसा हो, आदमी अपने पैरों पैर चल कर जा रहा है. हां यह लीलावती हॉस्पिटल के डॉक्टरों का चमत्कार है. सैफ अली खान मंसूर अली खान पटौदी के बेटे हैं. तैमूर के पिता हैं. करीना कपूर के पति हैं. डॉक्टर का चमत्कार कह लीजिए इसको.
हादसे की शिकन और सवालों को छिपाने की कोशिश?
सैफ अली खान को लेकर दावा है कि उन्हें दो बड़े जख्म समेत छह घाव चाकू के वार में लगे थे. जिसमें सबसे बड़ा घाव पीठ में इस चाकू के टुकड़े के धंस जाने से आया. लेकिन डॉक्टर्स ने पहले भी बताया था कि सैफ अली खान ऑटो से अपने घर से अस्पताल तक खुद आए, अस्पताल में चलकर डॉक्टर के पासर तक पहुंचे. डॉक्टर के मुताबिक सैफ घाव में भी चलते हुए पहुंचे थे और पांच दिन में पूरी तरह फिट होकर घर भी आ गए. लेकिन सवाल महाराष्ट्र के नेताओं के मन में है कि क्या यूं मुस्कान दिखाते हुए सैफ अली खान ने हादसे की शिकन और सवालों को छिपाने की कोशिश की है?
हालांकि मुंबई पुलिस पूरी शिद्दत से जांच कर रही है और बताया जा रहा है कि आरोपी के खिलाफ कई ठोस सबूत पुलिस को मिल चुके हैं, जिसमें घटनास्थल से बांग्लादेशी आरोपी की टोपी और उसके पास से खून लगे कपड़े मिले हैं. उधर महाराष्ट्र में बांग्लादेशी के नाम पर हो रही राजनीति पर डिप्टी सीएम का भी बयान आया है. एकनाथ शिंदे ने कहा कि मुख्यमंत्री ने निर्णय लिया है, किसी को नहीं छोड़ेंगे. किसी बांग्लादेशी को नहीं छोड़ेंगे.