सतना
मध्य प्रदेश के सतना जिले में एक बीजेपी नेता और सरकारी अफसर के बीच तीखी नोक-झोंक हो गई है। इसका वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वीडियो मे नगर परिषद सीएमओ पूजा द्विवेदी और भाजपा मंडल अध्यक्ष अजय द्विवेदी आपस में किसी बात को लेकर बहस करते हुए नजर आ रहे हैं। बाद में सीएमओ से जब इस मामले को लेकर पूछा गया तो उन्होंने बीजेपी मण्डल अध्यक्ष पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
दरअसल, सतना जिले के कोठी स्थित सोनौर मोड़ पर प्रयागराज महाकुंभ में जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए भाजपा मंडल अध्यक्ष अजय द्विवेदी ने पोहा वितरण कार्यक्रम आयोजित किया था, जिसको लेकर राज्य मंत्री प्रतिमा बागरी के कार्यक्रम की सूचना सीएमओ को फोन पर दी गई थी। सूचना पर सीएमओ ने मौके पर साफ-सफाई सुनिश्चित की। जब वह कार्यक्रम स्थल पर पहुंचीं, तो मण्डल अध्यक्ष अजय द्विवेदी उन पर आरोप लगाने लगे। दोनों के बीच किसी बात को लेकर कहासुनी शुरू हो गई।
‘बहुत हो गया, मैंने क्या गलती कर दी’
वीडियो में दिख रहा है कि मण्डल अध्यक्ष कह रहे हैं कि आप कोई भी सहयोग नहीं करती हैं, जिस पर सीएमओ ने जबाब देते हुए कहा कि कैसा सहयोग चाहते हैं। जो बोला गया वो सारी व्यवस्थाएं की गई। जब से मैं आई हूं, आप यही बात बोल रहे है। आप किस बात इतना गरम हो रहे हैं। बहुत हो गया। मैंने क्या गलती कर दी है कि आप मुझसे इस तरह से बात कर रहे हैं।
गुस्से में सीएमओ कार्यक्रम से चली गई
मण्डल अध्यक्ष ने कहा कि टैंकर नहीं आया। सीएमओ ने जबाब दिया टैंकर भी आ गया है। विवाद आगे बढ़ता देख वहां पर मौजूद लोगों ने सीएमओ से कहा कि- दीदी आप उठिए, चलिए यहां से। फिर कुछ लोग मंडल अध्यक्ष को बोलने लगे कि सत्ता तुम्हारी है, सरकार तुम्हारी है। इस तरह से बात कर रहे हो। सीएमओ वहां से उठकर चली गईं।
सीएमओ को फोन करके बुलाया
सीएमओ ने मंडल अध्यक्ष पर आरोप लगाते हुए बताया कि मुझे सुबह फोन करके सोनौर मोड़ के पास बुलाया गया। कहा गया कि राज्यमंत्री प्रतिमा बागरी आ रही हैं। यहां पर जो लोग प्रयागराज महाकुंभ जा रहे हैं, उनके लिए पोहा वितरण होना है। कल मण्डल अध्यक्ष द्वारा मुझे फोन किया गया कि यहां पर सफाई करा दीजिए। कर्मचारियों द्वारा यहां पर सफाई कार्य, साथ ही पानी टैंकर खड़ा कराया गया। जितना भी काम कहा गया मुझसे हमने करा दिया था।
मुझे मारने के लिए खड़े हो गए
सीएमओ ने आगे कहा कि मैं कार्यक्रम स्थल में बैठी थी, तभी अचानक से मेरे ऊपर चढ़ाई करने लगे और खड़े होकर मुझे मारने की कोशिश करने लगे। साथ ही मुझे धमकी दी गयी कि क्या कर लोगी तुम, तुम्हारा यहां पर कोई सहयोग नहीं मिलता है। मैंने कहा कि आपने जितना काम बोला था उतना काम हमने करवा दिया है। मैं आपकी गुलाम नहीं हूं। मैं यहां पर एक प्रशासनिक अधिकारी हूं। आप जितना काम बताएंगे मुझसे, जितना सहयोग हो पायेगा उतना सहयोग करूंगी। इसके बावजूद मण्डल अध्यक्ष ने धमकी भरे भाषा मे सबके सामने अभद्रता की।