नई दिल्ली
आम लोगों के लिए राहत की खबर है। सरकार ने बुधवार को बताया कि फरवरी में भारत की महंगाई दर घटकर 3.61 प्रतिशत रह गई। यह सात महीने का सबसे निचला स्तर है। जनवरी में यह दर 4.31 प्रतिशत थी। रॉयटर्स के एक सर्वेक्षण में अनुमान लगाया गया था कि फरवरी में महंगाई दर 3.98 प्रतिशत रहेगी। महंगाई में कमी का मुख्य कारण खाने-पीने की चीजों के दामों में गिरावट है। कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स (CPI) में खाने-पीने की चीजों का हिस्सा लगभग आधा होता है। फरवरी में खाद्य मुद्रास्फीति घटकर 3.75 प्रतिशत रह गई, जो जनवरी में 5.97 प्रतिशत थी।
आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक फरवरी में खाद्य मुद्रास्फीति मई, 2023 के बाद सबसे कम है। सब्जियों की महंगाई दर में भी कमी आई है। जनवरी में सब्जियों के दाम 11.35 प्रतिशत बढ़े थे जबकि फरवरी में केवल 1.07 प्रतिशत। अनाज के दामों में 6.10 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई जबकि जनवरी में यह 6.24 प्रतिशत थी। इसी तरह दालों के दामों में 0.35 प्रतिशत की कमी आई जबकि पिछले महीने 2.59 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी।
गांवों में महंगाई
गांवों में महंगाई दर घटकर 3.79 प्रतिशत रह गई, जो जनवरी में 4.59 प्रतिशत थी। शहरों में यह दर 3.32 प्रतिशत रही जबकि पिछले महीने 3.87 प्रतिशत थी। RBI की मौद्रिक नीति समिति (MPC) ने फरवरी में कहा था कि खाने-पीने की चीजों के दामों में कमी की वजह से महंगाई दर घटी है। उनका अनुमान है कि वित्त वर्ष 2025-26 में महंगाई और कम होगी, जिससे आम लोगों को राहत मिलेगी। RBI का काम महंगाई दर को 2 से 6 प्रतिशत के बीच रखना है।