भोपाल ,
राजधानी भोपाल पुलिस ने ‘संस्कृति बचाओ मंच’ के संयोजक चंद्रशेखर तिवारी के खिलाफ लापरवाही का मामला दर्ज किया है. यह कार्रवाई सोमवार को रंगमहल चौराहे पर कांग्रेस के प्रदर्शन के दौरान मंच ढहने की घटना के बाद हुई, जिसमें दस से अधिक कांग्रेस नेता घायल हो गए. मध्य प्रदेश कांग्रेस के किसान विंग के अध्यक्ष धर्मेंद्र सिंह चौहान की शिकायत पर यह केस दर्ज किया गया है. चौहान ने आरोप लगाया कि तिवारी ने जानबूझकर कमजोर मंच बनवाया, जिसके चलते यह हादसा हुआ.
जानिए क्या है पूरा मामला?
घटना सोमवार की है, जब कांग्रेस नेता राज्य सरकार की ‘किसान विरोधी’ नीतियों के खिलाफ विधानसभा परिसर की ओर मार्च निकालने से पहले रंगमहल चौराहे पर प्रदर्शन कर रहे थे. इसी दौरान मंच अचानक ढह गया, जिसमें कई नेताओं को चोटें आईं. घायलों में मध्य प्रदेश कांग्रेस प्रमुख जीतू पटवारी के सलाहकार राजीव सिंह, वरिष्ठ नेता मानक अग्रवाल, राज्य इकाई की महासचिव रोशनी यादव और महिला सेवा दल की प्रमुख राजकुमारी रघुवंशी शामिल हैं. कांग्रेस का दावा है कि कुछ नेताओं को गंभीर चोटें आई हैं.
पुलिस की कार्रवाई
टीटी नगर थाने के प्रभारी सुधीर कुमार अरजारिया ने बताया, “धर्मेंद्र सिंह चौहान की शिकायत के आधार पर चंद्रशेखर तिवारी के खिलाफ लापरवाही का मामला दर्ज किया गया है. तिवारी को प्रदर्शन के लिए मंच बनाने का ठेका दिया गया था.” उन्होंने कहा कि तिवारी ने पुलिस को बताया कि मंच निर्माण के लिए कोई लिखित अनुबंध नहीं था और उन्होंने यह काम अन्य टेंट हाउस संचालकों को सौंप दिया था. मामले की जांच जारी है.
तिवारी का पक्ष
चंद्रशेखर तिवारी ने सफाई देते हुए कहा कि 9 मार्च को धर्मेंद्र सिंह चौहान ने उनसे संपर्क किया था, लेकिन उन्होंने काम करने से इनकार कर दिया था. तिवारी ने दावा किया, “चौहान के अनुरोध पर मैंने यह जिम्मेदारी दूसरों को सौंप दी. मुझे मंच पर 75-100 लोगों के बैठने की व्यवस्था करने को कहा गया था, लेकिन वहां 300-400 से ज्यादा लोग जमा हो गए, जिसके चलते मंच ढह गया. यह काम अन्य टेंट मालिकों ने किया था.”
कांग्रेस का आरोप
कांग्रेस ने तिवारी पर जानबूझकर कमजोर मंच बनवाने का आरोप लगाया है. चौहान का कहना है कि यह हादसा लापरवाही से कहीं ज्यादा सुनियोजित था. पार्टी का दावा है कि इस घटना से उनके नेताओं को निशाना बनाने की कोशिश की गई. घायल नेताओं का इलाज जारी है और पार्टी ने इस मामले में सख्त कार्रवाई की मांग की है.
आगे की जांच
पुलिस अब यह पता लगाने में जुटी है कि मंच के ढहने की असल वजह क्या थी- लापरवाही, ओवरलोडिंग या कोई सुनियोजित साजिश. इस घटना ने भोपाल में राजनीतिक हलचल पैदा कर दी है और कांग्रेस इसे सरकार के खिलाफ बड़ा मुद्दा बनाने की तैयारी में है. जांच के नतीजे आने के बाद ही इस मामले की पूरी तस्वीर साफ हो पाएगी.