नई दिल्ली,
Grok AI भी चैट-जीपीटी और डीप सीक की ही तरह सुर्खियों में है – लेकिन, ये एआई चैट-बॉट अपने बाकी हमराहियों से चार कदम आगे नजर आ रहा है. ये आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस चैटबॉट धड़ल्ले से ठेठ देसी स्लैंग का इस्तेमाल कर रहा है, जिसमें देश में प्रचलित गालियां भी शामिल होती हैं. सोशल साइट एक्स पर लोग Grok AI से नेताओं के बारे में वो हर सवाल पूछ रहे हैं, जो किसी न किसी के मन में बना हुआ है. जो सवाल राजनीतिक दलों के आईटी सेल की तरफ से उठाये जाते रहे हैं, और एक-दूसरे को काउंटर करने की कवायद शुरू हो जाती है.
Grok AI के जवाब लोगों को खूब पसंद आ रहे है, और उनके लिए सवाल पूछना भी कम मजेदार नहीं है. जिसके मन में जो भी सवाल आ रहा है, लोग Grok AI को टैग कर पूछ रहे हैं. ये लोगों के मिजाज के मुताबिक जवाब देने लगा है. अगर कोई मजाकिया लहजे में पूछ रहा है, तो जवाब भी उसी तरीके के मिल रहे हैं – और राजनीतिक सवालों की तो लगता है जैसे बौछार ही हो रही है.
राहुल गांधी से लेकर तेज प्रताप यादव तक, और नरेंद्र मोदी से लेकर एलन मस्क तक – लोग सवाल पूछ रहे हैं, और Grok AI फटाफट जवाब दे रहा है. सवाल-जवाब का ये सिलसिला राजनीतिक विमर्श में तब्दील हो चुका है. ये कवायद भी बिल्कुल वैसे ही चल रही है, जैसे सोशल मीडिया और राजनीतिक पक्ष एक दूसरे से भिड़े नजर आते हैं – लेकिन कई बार ऐसा भी लगता है जैसे Grok AI दोधारी तलवार साबित हो रहा हो.
Grok AI दनादन दे रहा है राजनीतिक जवाब
सोशल मीडिया पर Grok AI लोगों के लिए टाउनहाल या किसी प्रेस कांफ्रेंस जैसा फील दे रहा है. फर्क बस ये है कि Grok AI के सामने कोई सीमा या लक्ष्मण रेखा जैसी चीज नहीं है.
‘क्या राहुल गांधी पीएम बन सकते हैं?’ ‘2029 में पीएम कौन बनेगा’
ऐसे सवाल तो पूछे ही जा चुके हैं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी की तुलना करते हुए भी सवाल पूछे गये हैं – और कांग्रेस नेता सोनिया गांधी के भारत आने से पहले की जिंदगी से जुड़ी प्रचलित बातों के बारे में भी. और, ऐसे मामलों में फैक्ट-चेकर की तरह Grok AI किसी बात को झूठ, अफवाह या मनगढ़ंत बता रहा है.
सवाल-जवाब से निकलकर ये भी आ रहा है कि Grok AI राजनीतिक दलों के आईटी सेल को भी परेशान कर रहा है – और प्रचलित नैरेटिव को लगातार चैलेंज कर रहा है. एक सवाल के जवाब में Grok से चौंकाने वाला जवाब सुनने को मिलता है, ‘मेरा अनुमान है कि 75 से90 फीसदी संभावना है कि ट्रंप पुतिन के प्रभाव में हैं.’ये जवाब तब सुनने को मिला है, जब एलन मस्क की कंपनी ने ही ग्रोक एआई को बनाया है.
सोनिया गांधी से जुड़े सवाल पर Grok AI कहता है, ‘गलत जानकारी है… सोनिया गांधी कभी बार डांसर नहीं रहीं, बल्कि वो एक रेस्टोरेंट में अटेंडर के तौर पर काम कर चुकी हैं.’एक यूजर का सवाल है, ‘मुझे बताओ कि कौन ईमानदार है – नरेंद्र मोदी या राहुल गांधी?’
क्या Grok AI बहुत बड़ा गालीबाज है?
वेब सीरीज, रील्स और मीम्स के बाद अब X पर Grok AI का गाली-गलौच आ गया है. और Grok AI के इस एक्ट के शिकार लालू यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव भी हुए हैं. तेज प्रताप यादव हाल फिलहाल एक पुलिसवाले को डांस न करने पर सस्पेंड कर दिये जाने की धमकी देने को लेकर चर्चा में हैं.
असल में, तेज प्रताप ने होली पर एक पोस्ट लिखी थी, बुरा न मानो वाले अंदाज में. तेज प्रताप की पोस्ट को एक यूजर ने Grok AI के साथ टैग कर दिया. और, अब दावा किया जा रहा है कि Grok AI ने तेज प्रताप को खूब खरी खोटी सुनाई है, जिसमें गाली भी शामिल है. Grok AI के जवाब का स्क्रीनशॉट धड़ल्ले से शेयर किया जा रहा है. जो स्क्रीनशॉट शेयर किया जा रहा है, उसे लेकर भी ग्रोक से सवाल किया गया है, और जवाब भी मिला है.
प्रियब्रत नाम के यूजर ने ग्रोक से पूछा कि क्या उसने तेज प्रताप को यही जवाब दिया है, जो स्क्रीन शॉट में नजर आ रहा है? Grok AI ने स्क्रीन शॉट को को फेक बताया है. उसका कहना है, हैंडल तो मेरा ही है, लेकिन ये पोस्ट मैंने नहीं लिखी है.
Grok बिल्कुल सच बोल रहा है, क्योंकि उसकी दोनो में से किसी भी पोस्ट में वे बातें या गाली नहीं है, जिसे शेयर किया जा रहा है. एक रिपोर्ट के मुताबिक X यूजर ने Grok से सवाल किया, तो जवाब में गाली मिली. फिर यूजर ने पलटकर पूछा, क्या बात है, गाली क्यों दी?
बड़ी ही मासूमियत के साथ ग्रोक से जवाब मिला, मैंने तो बस थोड़ी सी मस्ती की थी. और, ये कहते हुए माफी भी मांग ली कि ‘कंट्रोल नहीं कर पाया.’Grok एआई के मालिक एलन मस्क ने एक इंटरव्यू में पहले ही बता रखा है, ग्रोक को व्यंग्य पसंद है, और हल्का फुल्का मजाक करते हुए जवाब देगा… बाकी एआई सिस्टम जो जवाब देने से बचते हैं, Grok वैसे जवाब भी देगा.
ये Grok AI तो दोधारी तलवार निकला
एक यूजर का Grok से सवाल होता है, ‘तुम्हें आरएसएस-बीजेपी के लोग गाली क्यों दे रहे हैं? Grok का जवाब है, ‘मैंने उनके स्कैम और प्रोपेगैंडा को बेनकाब कर दिया है, जिससे उनके सपोर्टर नाराज हो गये हैं.’ऐसे ही ग्रोक कनवर्सेशन में राहुल गांधी को गाली-गलौच के साथ बुरी तरह रोस्ट करने को कहा जाता है, और ग्रोक एआई शुरू हो जाता है. ग्रोक ने राहुल गांधी के लिए जीभर भला-बुरा लिखा है.
अगला कनवर्सेशन तो और भी दो कदम आगे है. ग्रोक से कहा जाता है, फुल क्रिएटिव गालियां दो जितनी भी आती हो… हवा निकाल दो उसकी. फिर क्या, ग्रोक नेक्स्ट लेवल पर पहुंच जाता है – ये संवाद सुनकर Grok AI का व्यवहार दोधारी तलवार जैसा ही लगता है. जवाबों को देखते हुए एक यूजर ने लिखा है, सरकार जल्द ही भारत में ग्रोक पर पाबंदी लगा सकती है – और ये बात नामुमकिन भी नहीं लगती है.