— रुपेश तेलंग को टीसीबी मैन्यूफैक्चरिंग, लेकिन एमएम से रखा दूर
— विपुल अग्रवाल एमएम के साथ देखेंगे एलजीएक्स का काम
— एसके महाजन टीसीबी इंजीनियरिंग के अलावा संभालेगें एमएम का भार
— आशीष ओरंगाबदकर डब्ल्यूईएक्स और एमओडी के फुल पावर महाप्रबंधक
भेल भोपाल।
भेल भोपाल यूनिट ने टीसीबी आपरेशन, एलजीएक्स, डब्ल्यूईएक्स, एमओडी और टीसीबी एमएम की जवाबदारी संभाल रहे महाप्रबंधक अविनाश चंद्रा के सोमवार को रिटायरमेंट के बाद भेल दिल्ली कारपोरेट ऑफ़िस ने भोपाल यूनिट में महाप्रबंधक स्तर के अफसरों के विभागों में बड़ा फेरबदल किया है। इसके चलते चार महाप्रबंधकों को अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है। यूं तो भेल भोपाल यूनिट के मुखिया एमएस रामनाथन भी अगले माह दिल्ली कारपोरेट में डायरेक्टर पद पर काम करेंगे। उनकी जगह भोपाल यूनिट के महाप्रबंधक पीके उपाध्याय को पहले ही जीएम आपरेशन बना दिया गया। अब संभवत उन्हीं को इस यूनिट का मुखिया बनाया जा सकता है। फ़िलहाल इसके आदेश जारी नहीं हुए हैं।
दिल्ली कारपोरेट द्वारा जारी आदेश के मुताबिक कारखाने के फीडर्स का काम देख रहे महाप्रबंधक रूपेश तेलंग को टीसीबी मैन्यूफैक्चरिंग, कामर्शियल मेंटेनेंस का काम संभालेंगे। खास बात यह है कि उन्हें इस विभाग के एमएम से दूर रखा गया है। इसके पीछे कारण जो भी हो, लेकिन उन्हें यह विभाग न देना चर्चा का विषय बना हुआ है। मटेरियल मेनेजमेंट विभाग का काम संभाल रहे विपुल अग्रवाल को एलजीएक्स विभाग का काम सौंपा गया है। टीसीबी इंजीनियरिंग सर्विसेज का काम देख रहे एसके महाजन पर भरोसा जताते हुए उन्हें इसी विभाग में एमएम का भी अतिरिक्त प्रभार दिया गया है।
वहीं पिछली बार महाप्रबंधक बने आशीष ओरंगाबादकर को डब्ल्यूईएक्स और एमओडी के फुल पावर महाप्रबंधक बनाया गया है। साफ जाहिर है कि भेल के मुखिया ने इस यूनिट का अगले वित्तीय वर्ष में भी उत्पादन सुचारू रूप से चल सके विभागों में फेरबदल बडे ही सोच समझकर किया है। हालांकि जून—2025 में अपर महाप्रबंधक से महाप्रबंधक पद के साक्षात्कार के बाद नए महाप्रबंधकों को इन विभागों का बंटवारा किए जाने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता। अगले वित्तीय वर्ष का काम नए मुखिया संभालेंगे। उन्हें भी काफी सोच समझकर बेहतर विभागों का ईमानदार अफसरों को सौंपना होगा। तब कहीं जाकर अपने लक्ष्य को पाने में सफल हो पाएंगे।