कल्याण
गुड़ी पड़वा के दिन ही कल्याण रेलवे स्टेशन पर कुछ घंटों तक पानी नहीं आया। कल्याण-डोंबिवली नगर निगम (केडीएमसी) ने पानी की सप्लाई काट दी थी। नगर निगम ने यह कार्रवाई पानी का बिल बकाया होने के कारण की। स्टेशन पर पानी का बिल 4.4 करोड़ रुपये था। इसलिए नगर निगम ने शनिवार शाम से पानी की सप्लाई बंद कर दी है। इससे स्टेशन पर यात्रियों को काफी परेशानी हुई। स्टेशन पर काम करने वाले कर्मचारियों, रेलवे अस्पताल के लोगों, जीआरपी और आरपीएफ के जवानों को पानी मिलने में काफी असुविधा का सामना करना पड़ा। शनिवार शाम को बंद की गई पानी की सप्लाई रविवार को बहाल कर दी गई, जब रेलवे अधिकारियों ने 1.17 करोड़ रुपये के बकाया बिल का भुगतान करने की प्रक्रिया शुरू की।
नगर निगम की कार्रवाई की आलोचना की
सेंट्रल रेलवे मजदूर संघ (सीआरएमएस) ने नगर निगम की इस कार्रवाई की आलोचना की। मजदूर संघ के महासचिव अनिल दुबे ने कहा कि नगर निगम ने यह कार्रवाई गुड़ी पड़वा की पूर्व संध्या पर की। इस दौरान स्टेशन पर लोगों की भारी भीड़ होती है। इसलिए ऐसा करना उचित नहीं है, यह अमानवीय है। उन्होंने यह भी कहा कि पानी के कारण यात्रियों और कर्मचारियों को काफी परेशानी हुई। मध्य रेलवे और नगर निगम के बीच पानी के बिलों के देरी से भुगतान को लेकर विवाद चल रहा है। मध्य रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि हम अन्य स्थानों पर विलंब शुल्क नहीं देते हैं। इस मुद्दे को अब बड़े स्तर पर सुलझाया जाएगा।
नगर पालिका की ओर से कई नोटिस
नगर निगम ने पहले भी कई नोटिस भेजे थे। नगर निगम ने 28 मार्च को सेंट्रल रेलवे को एक पत्र भेजा था। इसमें उन्होंने 24 घंटे के भीतर पानी का बिल चुकाने को कहा था। बिल में इस साल के लिए 1.04 करोड़ रुपये और विलंब शुल्क के लिए 31 लाख रुपये शामिल थे। पत्र में यह कहा गया है।
कार्रवाई के बाद बिल भुगतान की प्रक्रिया शुरू
नगर निगम के वार्ड अधिकारी सचिन तमखेड़े ने बताया कि नगर निगम की कार्रवाई के बाद मध्य रेलवे ने 1.17 करोड़ रुपए का भुगतान करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इसके बाद पानी की सप्लई बहाल हो गई है। अगले सप्ताह रेलवे अधिकारियों के साथ बैठक होगी। इसमें बाकी बिलों पर चर्चा की जाएगी। इन सभी मामलों में आम आदमी को नुकसान उठाना पड़ा। नगर पालिका और सीआर को मिल बैठकर इसका समाधान निकालना चाहिए ताकि भविष्य में लोगों को किसी परेशानी का सामना न करना पड़े।