टेक्टोनिक टाइम बम से 3 लाख लोगों की मौत, आधी GDP साफ… जापान में महाविनाशक भूकंप और सुनामी का खतरा

टोक्यो:

जापान की सरकार ने सोमावार को एक महाविनाशक चेतावनी जारी की है, जिसने पूरे देश में हड़कंप फैला दिया है। जापान सरकार ने सोमवार को एक रिपोर्ट जारी करते हुए चेतावनी दी है कि प्रशांत तट के पास बेहद खतरनाक भूकंप आ सकता है। रिपोर्ट में कहा गया है कि ये भूकंप इतना ज्यादा शक्तिशाली होगा और इससे ऐसी सुनामी का जन्म होगा, जिसे शायद ही दुनिया ने अभी तक देखी होगी। सुनामी के प्रचंड वेग में सैकड़ों इमारतें मिट्टी में मिल सकती हैं। जापान सरकार ने भूंकप और सुनामी की वजह से विनाश का जो अनुमान लगाया है, वो डराने के लिए काफी है। आशंका जताई गई है कि इससे कम से कम 3 लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो सकती है।

आपको बता दें कि पिछले साल भी जापान की सरकार ने भूकंप को लेकर ऐसी ही चेतावनी जारी की थी, जिसमें रिक्टर स्केल पर 9 की तीव्रता से भूकंप आने की आशंका जताई गई थी। ये आशंका तब जताई गई थी जब जापान में प्रशांत तट पर 7.1 की तीव्रता से भूकंप आया था। जापान हमेशा से भूकंप प्रभावित क्षेत्र रहा है और हजारों लोगों की मौत भूकंप की वजह से हो चुकी है।

जापान में महाविनाशक भूकंप की चेतावनी
समाचार एजेंसी रॉयटर्स की रिपोर्ट में कहा गया है कि अगर जापान सरकार की आशंका सच साबित होती है तो देश को 1.81 ट्रिलियन डॉलर का नुकसान हो सकता है। जापानी करेंसी के हिसाब से ये आंकड़ा 270.3 ट्रिलियन येन के बराबर है। ये आंकड़ा जापान की जीडीपी का आधा है। यानि भूकंप की वजह से देश की जीडीपी का आधा हिस्सा साफ हो सकता है। जापान सरकार के नये अनुमान में महंगाई की वजह से करेंसी पर पड़ने वाले प्रेशर और ग्राउंड डेटा को शामिल किया गया है। जापान में भूकंप के बार बार झटकों और छोटी-छोटी सुनामी की घटनाओं से बाढ़ क्षेत्रों का विस्तार हुआ है, जिससे देश की अर्थव्यवस्था को भारी नुकसान पहुंचा है। जापान सरकार की कैबिनेट रिपोर्ट में इन बातों का जिक्र किया गया है।

जापान सरकार की आशंकाओं के मुताबिक सबसे खराब स्थिति अगर बनती है तो उस समय 9 की तीव्रता का भूकंप आ सकता है, जिसका असर देश की 12 लाख 30 हजार की आबादी पर होने की संभावना होगा, जो जापान की कुल आबादी का 10 प्रतिशत है। रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि अगर सर्दियों के दौरान देर रात ऐसा भूकंप आता है, तो सुनामी और ढहती इमारतों की वजह से 298,000 लोगों की मौत हो सकती है। आपको बता दें कि जापान दुनिया के सबसे ज्यादा भूकंप संभावित क्षेत्रों में से आता है। इसे कांपते हुए समुद्री इलाकों वाले कैटोगिरी में रखा गया है। यहां पर समुद्री क्षेत्रों में आने वाले भूकंप की 8 से 9 की तीव्रता की संभावना 80 प्रतिशत के करीब होती है।

जापान को नानकाई गर्त क्षेत्र कैटोगिरी में रखा गया है और यह गर्त जापान के दक्षिण-पश्चिमी प्रशांत तट से करीब 900 किमी तक फैला हुआ है, जहां फिलीपीन सागर प्लेट यूरेशियन प्लेट के नीचे दब रही है। टेक्टोनिक तनाव के कारण लगभग 100 से 150 वर्षों में जापान में एक बार महाभूकंप आ सकता है। इससे पहले साल 2011 में जापान में 9 की तीव्रता वाला भूकंप आया था, जिसकी वजह से विनाशकारी सुनामी आई थी। इससे पूर्वोत्तर जापान में एक परमाणु ऊर्जा संयंत्र में तीन रिएक्टर पिघल गए थे, जिससे 15,000 से ज्यादा लोग मारे गए थे।

 

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