वॉशिंगटन
वैज्ञानिकों ने एक बड़ी प्राकृतिक आपदा की चेतावनी जारी की है, जो पूरी दुनिया और खासतौर से अमेरिका को डरा रही है। यह चेतावनी भयावह सुनामी (मेगा सुनामी) आने की है, जो अमेरिका के बड़े हिस्से को तबाह कर सकती है। ये सुनामी कितने बड़े स्तर पर आ सकती है, इसका अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि इसकी लहरें 1,000 फीट की ऊंचाई तक उठेंगी। सुनामी का यह खतरा कैस्केडिया सबडक्शन जोन में आने वाले शक्तिशाली भूकंप के कारण पैदा होगा। यानी पहले भूकंप आएगा और फिर सुनामी आएगी।
वर्जीनिया टेक के शोधकर्ताओं के एक अध्ययन में भूकंप और सुनामी की यह भविष्यवाणी की गई है। अध्ययन में कहा गया है कि भूकंप के कारण तटरेखा का कुछ हिस्सा 6.5 फीट तक डूब सकता है, जिससे सुनामी और ज्यादा विनाशकारी हो जाएगी। यह खतरा अलास्का, हवाई और अमेरिका के पश्चिमी तट के कुछ हिस्सों पर मंडरा रहा है। वैज्ञानिकों का कहना है कि ये भूकंप अचानक आएगा, जिससे लोगों को इससे बचने का वक्त तक नहीं मिल सकेगा।
कब आएगी ये तबाही
रिसर्च में कहा गया है कि अगले 50 वर्षों में इस क्षेत्र में 8.0 तीव्रता का भूकंप आने की 15% तक संभावना है। यानी इसकी बहुत ज्यादा संभावना नहीं है लेकिन खतरे को नकारा भी नहीं जा सकता है। 8 की तीव्रता का ये शक्तिशाली भूकंप तटीय क्षेत्रों को 6.5 फीट तक डुबो सकता है। ये सिएटल, पोर्टलैंड, ओरेगन जैसे शहरों को तबाह कर सकता है। अगर कैस्केडिया सबडक्शन जोन में भूकंप आया तो अलास्का, हवाई और अमेरिका के पश्चिमी तट के हिस्से खतरे में हैं।
अध्ययन की प्रमुख लेखिका और वर्जीनिया टेक के भूविज्ञान विभाग में सहायक प्रोफेसर टीना ड्यूरा ने कहा है कि कैस्केडिया सबडक्शन जोन भूकंप के बाद तटीय बाढ़ के मैदान के विस्तार को पहले कभी नहीं मापा गया है। अध्ययन में पाया गया कि सबसे अधिक नुकसान दक्षिणी वाशिंगटन, ओरेगन और उत्तरी कैलिफोर्निया में होने की संभावना है।
मेगा सुनामी क्या है
मेगा-सुनामी सामान्य सुनामी से अलग होती है। सामान्य सुनामी में लहरें कुछ फीट ऊंची होती हैं, जबकि मेगा-सुनामी में लहरें सैकड़ों फीट ऊंची हो सकती हैं। ये सुनामी शक्तिशाली भूकंप, भूस्खलन, ज्वालामुखी विस्फोट या उल्कापिंड गिरने जैसी घटनाओं के कारण आती हैं। सामान्य सुनामी के उलट मेगा-सुनामी कई मील अंदर जा सकती है। इससे लोगों को बचाव के लिए बहुत कम समय मिलता है। ऐसी घटनाएं दुर्लभ हैं लेकिन अगर ये घनी आबादी वाले क्षेत्रों में होती है तो बहुत तबाही मचाती हैं। मेगा-सुनामी प्रमुख पानी के नीचे की घटनाओं- जैसे शक्तिशाली भूकंप, भूस्खलन और ज्वालामुखी विस्फोट के कारण होती हैं।