13.4 C
London
Friday, November 14, 2025
Homeअंतरराष्ट्रीयपाकिस्तान में बलूचों का हमला झेल नहीं पाया चीनी बख्तरबंद, देखें कैसे...

पाकिस्तान में बलूचों का हमला झेल नहीं पाया चीनी बख्तरबंद, देखें कैसे औंधे मुंह गिरा पड़ा है जिनपिंग का ‘घमंड’

Published on

इस्लामाबाद

बलूच विद्रोहियों ने बलूचिस्तान में बारूदी सुरंग में विस्फोट कर पाकिस्तानी सेना के बख्तरबंद वाहन को उड़ा दिया। विस्फोट इतना शक्तिशाली था कि बख्तरबंद वाहन के परखच्चे उड़ गए। इसके साथ ही वाहन में मौजूद सभी सैनिक मारे गए। हमले में नष्ट हुई गाड़ी का नाम डांगफैंग आर्मर्ड व्हीकल है। इसे 2021 में पाकिस्तानी सेना में आतंक विरोधी अभियानों से लिए शामिल किया गया था। इस आर्मर्ड व्हीकल को चीन में बनाया गया है।

Trulli

बलूच विद्रोहियों ने जारी किया वीडियो
बलूच विद्रोहियों ने पाकिस्तानी सेना के डांगफेंग आर्मर्ड व्हीकल पर हमले का वीडियो भी जारी किया है। इसमें गाड़ी के परखच्चे उड़ते हुए देखा जा सकता है। विद्रोहियों ने कच्ची सड़क के बीचों-बीच बारूदी सुरंग को लगाते हुए भी खुद को फिल्माया है। इससे पता चलता है कि पूरे इलाके पर उतनी कितनी जबरदस्त पकड़ है। इसके बाद विद्रोहियों ने एक सुरक्षित दूरी से बैठकर पूरी घटना को कैमरे में रिकॉर्ड भी किया। विस्फोट के बाद जिंदा बचे पाकिस्तानी सैनिकों पर विद्रोहियों ने फायरिंग भी की।

पाकिस्तान ने खरीदे हैं 300 बख्तरबंद वाहन
पाकिस्तानी सेना के पास 300 चीनी निर्मित डोंगफेंग मेंगशी GEN-III CSK-182 4×4 आर्मर्ड पर्सनल कैरियर (APC)हैं। इस वाहन को 2017 में चीनी पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के अगली पीढ़ी के सामरिक वाहन के रूप में चुना गया था। मानक एपीसी कॉन्फ़िगरेशन के अलावा इसके विशेष संस्करण भी उपलब्ध हैं, जिनका इस्तेमाल युद्धक्षेत्र एम्बुलेंस, सिग्नल / इलेक्ट्रॉनिक इंटेलिजेंस, कमांड और कंट्रोल वाहन, रॉकेट लॉन्चर या एटीजीएम लॉन्चर जैसे भारी हथियारों के लिए एक प्लेटफॉर्म के रूप में किया जा सकता है।

डोंगफेंग मेंगशी व्हीकल को जानें
डोंगफेंग मेंगशी डोंगफेंग मोटर ग्रुप द्वारा विकसित 4×4 एमआरएपी/ऑफ-रोड वाहनों का एक परिवार है। वाहन की शुरुआती पीढ़ी लाइसेंस-निर्मित हमर एच1 है, जबकि वाहनों की बाद की पीढ़ी स्वदेशी डिजाइन की है। डोंगफेंग मेंगशी आम तौर पर अमेरिकी सैन्य आवश्यकताओं की प्रवृत्ति का पालन करती है। उदाहरण के लिए, CSK-141 एक कवच-प्लेटेड प्रबलित हम्वे का चीनी समकक्ष है, जबकि CSK-181 संयुक्त लाइट टैक्टिकल वाहन का चीनी समकक्ष है।

120 किमी/घंटा की स्पीड से दौड़ सकता है यह वाहन
मेंगशी CSK-182 की अधिकतम गति 120 किमी/घंटा है और इसकी स्वायत्तता 600 किलोमीटर है। इसका वजन लगभग 8 टन है। CSK-181, PLA के लिए डोंगफेंग द्वारा विकसित एक हल्के सामरिक वाहन की नई पीढ़ी है। CSK-181, CSK-141 पर आधारित है जिसमें एक ड्राइवर, सह-चालक के रूप में एक हथियार स्टेशन ऑपरेटर और 8 सीटें हैं।

Latest articles

Bihar Election Result: तारापुर सीट पर चला डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी का जादू, 45,000 से अधिक वोटों से जीते

Bihar Election Result: बिहार विधानसभा चुनाव के परिणामों में मुंगेर जिले की बहुचर्चित तारापुर...

More like this

🇮🇳 गुजरात ATS ने पाक के बायोटेरर नेटवर्क का किया पर्दाफाश, देश में तबाही मचाने की थी साजिश

गुजरात ATS (एंटी टेररिस्ट स्क्वॉड) ने पाकिस्तान के एक बड़े बायोटेरर (Bioterror) नेटवर्क का...

Russia Cruise Missile 9M729:रूस की मिसाइल 9M729 कितनी खतरनाक? जानें अमेरिका से क्यों हुआ था विवाद और नाटो को क्यों है डर

Russia Cruise Missile 9M729:रूस की सबसे विवादास्पद और खतरनाक मानी जाने वाली क्रूज़ मिसाइल...