तेहरान
ईरान के परमाणु कार्यक्रम को लेकर एक बार फिर नया दावा सामने आया है। इस दावे में कहा गया है कि ईरान की हथियार बनाने वाली संस्था SPND गुप्त रूप से परमाणु क्षमता को बढ़ा रही है। इस संस्था ने परमाणु हथियार बनाने के लिए एक सीक्रेट ठिकाना बना रखा है, जिसका नाम ‘रंगिन कमान (रेनबो) साइट’ है। ईरान के इस सीक्रेट परमाणु ठिकाने रेनबो का खुलासा सैटेलाइट तस्वीरों से हुआ है। इस साइट पर खतरनाक परमाणु मिसाइल बनने की बात कही गई है।
द सन की रिपोर्ट के मुताबिक, ईरान की सीक्रेट परमाणु साइट यानी रेनबो को केमिकल उत्पादन सुविधा के रूप में दिखाया गया है। इसका नाम दिबा एनर्जी सिबा केमिकल कंपनी है लेकिन यहां परमाणु हथियारों के उपकरण बनाए जा रहे हैं। यह ठिकाना तेहरान के दक्षिण पूर्व में इवानकी क्षेत्र में 2,500 एकड़ में फैला है और यह ईरान के पहले से ज्ञात परमाणु ठिकानों से दूर है। इस साइट पर तीन फैक्ट्री और एक मुख्यालय है। इस पूरे क्षेत्र की सुरक्षा सेना के हाथों में है।
रेनबो में बन रहीं मिसाइलें
रिपोर्ट के मुताबिक, ईरान रेनबो साइट पर 2,000 मील (3,000 किमी) की दूरी तक मार करने वाली बैलिस्टिक मिसाइलें बना रहा है। इन मिसाइलों से ईरान तकरीबन सभी अरब देशों पर हमला करने में सक्षम होगा। इससे वह पश्चिम एशिया में अमेरिका के सैन्य ठिकानों को निशाना बना सकता है। रेनबो साइट का विकास 2009 में शुरू हुआ और साल 2013में यह चालू हो गया। इसका नाम रेनबो रखने की वजह इसके उत्तर में इसी नाम की पर्वत श्रृंखला होना है।
ईरानी सूत्रों का दावा है कि रेनबो साइट का मुख्य काम ट्रिटियम का उत्पादन करना है, जो एक रेडियोधर्मी आइसोटोप है। इसे परमाणु हथियार बनाने में इस्तेमाल किया जाता है। ट्रिटियम के इस्तेमाल से परमाणु हथियारों की क्षमता बढ़ जाती है। इससे हाइड्रोजन बम भी बनाए जा सकते हैं। इससे पहले भी ईरान में परमाणु हथियार और बैलिस्टिक मिसाइलों के ठिकाने होने का दावा किया जाता रहा है।
ईरान के परमाणु कार्यक्रम पर तनाव
ईरान का परमाणु कार्यक्रम पश्चिमी देशों और अमेरिका के साथ उसके रिश्ते में तनातन की वजह बनते रहे हैं। अमेरिका की कोशिश ईरान को परमाणु हथियार बनाने से रोकने की रही है। अमेरिका का आरोप है कि ईरान परमाणु बम बन रहा है, वहीं ईरान इसे एक बेबुनियाद आरोप बताते हुए खारिज करता है। परमाणु कार्यक्रम के मुद्दे पर ईरान और अमेरिका में हालिया दिनों में वार्ता भी हुई है।