नई दिल्ली
सीबीआई ने 25 लाख रुपये की कथित रिश्वतखोरी के एक मामले में नई दिल्ली स्थित डायरेक्टोरेट ऑफ टैक्सपेयर सर्विसेज के एडिशनल डायरेक्टर जनरल समेत दो लोगों को गिरफ्तार किया है। आरोपी एडिशनल डायरेक्टर जनरल 2007 बैच के वरिष्ठ आईआरएस अधिकारी हैं। आरोपी अफसर पर आरोप है कि एक केस को लेकर आरोपी आईआरएस ने पीड़ित शिकायतकर्ता से कथित तौर पर 45 लाख रुपये की रिश्वत मांगी थी।
आरोप है कि रिश्वत की यह रकम ना देने पर उसके खिलाफ हेवी पेनेल्टी लगाने और कानूनी कार्रवाई करने की धमकी दी गई थी। पीड़ित ने इसकी शिकायत सीबीआई से कर दी। सीबीआई ने जाल बिछाया और आरोप में करदाता सेवा निदेशालय में अतिरिक्त महानिदेशक के पद पर तैनात वरिष्ठ आईआरएस समेत दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया।
सीबीआई ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों के नाम अमित कुमार सिंघल और हर्ष कोटेक हैं। 2007 बैच के आईआरएस अमित कुमार वर्तमान में दिल्ली स्थित डायरेक्टोरेट ऑफ टैक्सपेयर सर्विसेज में एडिशनल डायरेक्टर जनरल के पद पर तैनात हैं। हर्ष वह निजी शख्स है। जिसके माध्यम से रिश्वत की रकम ली जा रही थी। इससे आगे की जांच करते हुए फिर आरोपी एडिशनल डायरेक्टर जनरल को गिरफ्तार किया गया।
31 मई को एफआईआर दर्ज हुई थी
सीबीआई अधिकारियों ने बताया कि इस मामले में मिली शिकायत पर 31 मई को एफआईआर दर्ज की गई थी। आरोप लगाया गया था कि आरोपी आईआरएस अधिकारी ने राजस्व/आयकर विभाग से अनुकूल व्यवहार करने के बदले में शिकायतकर्ता से कथित तौर पर 45 लाख रुपये की रिश्वत मांग की थी। रिश्वत ना देने पर पीड़ित शिकायती के खिलाफ कानूनी कार्रवाई, भारी जुर्माना लगाने और उत्पीड़न की धमकी भी दी गई थी। सीबीआई ने जाल बिछाया और आरोपी निजी व्यक्ति को मोहाली में आरोपी आईआरएस अधिकारी के घर पर आरोपी लोक सेवक की तरफ से शिकायतकर्ता से मांगी गई 45 लाख रुपये की रिश्वत की पहली किस्त के रूप में 25 लाख रुपये की रिश्वत मांगते और स्वीकार करते हुए रंगे हाथों पकड़ लिया।
कैसे शिकंजे में फंसा IRS अफसर?
इसके बाद पकड़े गए निजी शख्स ने आरोपी आईआरएस एडिशनल डायरेक्टर जनरल के खिलाफ सब सच उगल दिया। उसने सीबीआई टीम को बताया कि वह रिश्वत की यह रकम खुद नहीं रख रहा है। बल्कि आरोपी आईआरएस अधिकारी के कहने पर ले रहा है। सीबीआई को उसके फोन और अन्य माध्यमों से भी इस प्रकरण में आईआरएस की भूमिका मिली। इसके बाद सीबीआई की टीम ने आरोपी आईआरएस को नई दिल्ली स्थित उनके वसंत कुंज स्थित घर से गिरफ्तार कर लिया। इस मामले में सीबीआई द्वारा आरोपियों के दिल्ली, पंजाब और मुंबई में स्थित कई ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है।