Karwa Chauth: महिलाएँ अपने पति की लंबी उम्र के लिए करवा चौथ (Karwa Chauth) का कठिन व्रत रखती हैं. यह व्रत उनके अटूट समर्पण और प्रेम को दर्शाता है. लेकिन, कई बार प्रेम की भावना में बहकर महिलाएँ अपने स्वास्थ्य से समझौता कर लेती हैं. बीमार होने पर भी वे व्रत रखने की ज़िद करती हैं. हालांकि, कुछ स्वास्थ्य स्थितियाँ ऐसी होती हैं, जिनमें उपवास करना खतरनाक साबित हो सकता है. अक्सर महिलाएँ सवाल करती हैं कि क्या वे डायबिटीज (Diabetes) या ब्लड प्रेशर (Blood Pressure) जैसी स्थितियों में व्रत रख सकती हैं.
डायबिटीज में उपवास क्यों है जोखिम भरा?
डायबिटीज के मरीजों को आमतौर पर हर 2 से 3 घंटे में कुछ न कुछ खाने की सलाह दी जाती है. यदि मधुमेह रोगी बहुत लंबे समय तक भूखे रहते हैं, तो उनके ब्लड शुगर का स्तर अचानक बहुत ज़्यादा गिर सकता है (हाइपोग्लाइसीमिया) या बढ़ सकता है (हाइपरग्लाइसीमिया).
इससे चक्कर आना, कमजोरी महसूस होना, या बेहोश होने जैसी स्थिति पैदा हो सकती है. खासकर, जो महिलाएँ इंसुलिन या शुगर कंट्रोल करने की दवाइयाँ ले रही हैं, उनके लिए यह जोखिम और भी ज़्यादा होता है. व्रत शुरू करने से पहले डॉक्टर से सलाह लेना बेहद ज़रूरी है, ताकि वे दवा की खुराक को एडजस्ट कर सकें.
हाई ब्लड प्रेशर (BP) में क्या हैं खतरे?
हाई ब्लड प्रेशर के मरीज़ों के लिए भी लंबे समय तक खाली पेट रहना उचित नहीं है. उपवास करने से निर्जलीकरण (Dehydration) हो सकता है, जिससे ब्लड प्रेशर बढ़ सकता है. इस स्थिति में तेज़ सिरदर्द, कमज़ोरी, दिल की धड़कन का तेज़ होना और इलेक्ट्रोलाइट्स का असंतुलन आम है. हाई ब्लड प्रेशर वाली महिलाओं को व्रत रखने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए, क्योंकि कुछ दवाइयाँ खाली पेट लेने पर नुकसानदेह हो सकती हैं.
व्रत रखने से पहले ज़रूर करें यह काम
अगर किसी महिला का ब्लड प्रेशर और ब्लड शुगर दोनों नियंत्रण में हैं और डॉक्टर ने उन्हें व्रत रखने की अनुमति दे दी है, तो उन्हें अपनी सरगी को पोषक तत्वों से भरपूर बनाना चाहिए.
- सरगी में शामिल करें: सूखे मेवे (ड्राय फ्रूट्स), नारियल पानी, और फल ज़रूर लें.
- फायदा: ये चीज़ें शरीर को लंबे समय तक ऊर्जा प्रदान करेंगी और शरीर में पानी की कमी (Dehydration) नहीं होने देंगी. सरगी में प्रोटीन और फाइबर शामिल करने से पेट लंबे समय तक भरा रहता है.
व्रत के दौरान इन बातों का रखें ध्यान
डायबिटीज और हाई ब्लड प्रेशर की मरीज महिलाओं को व्रत के दौरान अपनी सेहत पर लगातार नजर रखनी चाहिए. अगर उन्हें असामान्य थकान, पसीना आना, या घबराहट महसूस हो, तो उन्हें तुरंत व्रत तोड़ देना चाहिए और डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए. याद रखें, पति की लंबी उम्र के लिए आपका स्वस्थ रहना सबसे ज़्यादा ज़रूरी है.