8.9 C
London
Tuesday, November 11, 2025
Homeराजनीतिअपनी तारीफ खुद करने की जरूरत नहीं… 'ऑपरेशन सिंदूर' को लेकर खरगे...

अपनी तारीफ खुद करने की जरूरत नहीं… ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को लेकर खरगे ने पीएम मोदी पर कसा तंज, संसद के विशेष सत्र की मांग

Published on

नई दिल्ली

‘ऑपरेशन सिंदूर’ को लेकर देश का सियासी पारा हाई है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला तेज कर दिया। उन्होंने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर संसद के विशेष सत्र की मांग फिर से दोहराई। खरगे ने कहा कि राष्ट्रीय मामलों में एकता होनी चाहिए और विरोधियों को हराने पर ध्यान देना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा के मामलों पर सभी नेताओं को चुप रहना चाहिए। CDS जनरल अनिल चौहान के बयान के बाद खड़गे ने यह बातें कहीं है। दरअसल जनरल चौहान ने कहा था कि भारत को पाकिस्तान के साथ हालिया युद्ध में नुकसान हुआ था, लेकिन उन्होंने पाकिस्तान के 6 भारतीय जेट विमानों को गिराने के दावे को गलत बताया था।

‘देश को गुमराह किया जा रहा है’
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने पीएम मोदी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा के मामलों पर सभी नेताओं को बोलने से पहले सोच समझकर बोलना चाहिए। उन्होंने कहा कि देश को गुमराह किया जा रहा है, इसलिए संसद का विशेष सत्र बुलाया जाना चाहिए। खरगे ने कहा, ‘हमें कब क्या बोलना है, यह पता होना चाहिए. राष्ट्रीय मामलों में एकता होनी चाहिए और हमारा ध्यान विरोधियों को हराने पर होना चाहिए।’

‘पीएम को चुनावी भाषण देने से बचना चाहिए’
उन्होंने आगे कहा, ‘राष्ट्रीय सुरक्षा के मामलों पर देश के सभी नेताओं को चुप रहना चाहिए। इसके बारे में बोलने से पहले यह समझना बेहतर है कि क्या हुआ है।’ खरगे ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के राजनीतिकरण की भी आलोचना की। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी को ‘चुनावी भाषण देने से बचना चाहिए।’ उन्होंने कहा, प्रतिनिधिमंडल की रिपोर्ट आने से पहले कोई चुनावी अभियान नहीं होना चाहिए। पीएम मोदी को चुनावी भाषण देने से बचना चाहिए, आत्म-प्रशंसा की कोई आवश्यकता नहीं है, पूरा देश हमारी सशस्त्र सेनाओं के साथ खड़ा है।’

पीएम मोदी पर भड़के खरगे
पीएम मोदी ने कहा कि सेना को पूरी छूट दी गई है, लेकिन खरगे का कहना है कि पीएम मोदी को इस बारे में बार-बार बोलने की जरूरत नहीं है। इससे ऐसा लगता है कि सरकार इस मुद्दे का राजनीतिकरण कर रही है। पाकिस्तान ने भी अपनी संसद बुलाई है, इसलिए भारत को भी इस मुद्दे पर चर्चा करने के लिए संसद का सत्र बुलाना चाहिए। इससे पता चलता है कि भारत इस मुद्दे को कितनी गंभीरता से ले रहा है।

कांग्रेस ने पूछे ये सवाल
कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने भारत और पाकिस्तान के बीच हालिया युद्धविराम को लेकर कई सवाल उठाए हैं। उन्होंने युद्धविराम की अचानक घोषणा, अमेरिका की भूमिका और CDS जनरल अनिल चौहान के हालिया बयानों पर चिंता जताई है। खेड़ा ने पूछा कि युद्धविराम की शर्तें क्या हैं और इसकी घोषणा अमेरिकी राष्ट्रपति ने क्यों की?
उन्होंने CDS के बयानों पर भी सवाल उठाए और सरकार से देश की रक्षा तैयारियों के बारे में जानकारी देने की मांग की। यह सब तब शुरू हुआ जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दावा किया कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच परमाणु युद्ध को रोका। कांग्रेस पार्टी अब संसद का विशेष सत्र बुलाने की मांग कर रही है ताकि युद्धविराम और राष्ट्रीय सुरक्षा पर चर्चा हो सके।

Latest articles

वैश्य महासम्मेलन में दीपावली मिलन पूर्व मंत्री उमाशंकर गुप्ता होंगे मुख्य अतिथि

भोपाल ।दीपावली के पावन पर्व पर वैश्य समाज की एकता और स्नेह का अनोखा...

पिपलानी कम्युनिटी हाल के पास आधा दर्जन पेड़ काटे, केवल ठूठ बचे— बीएचईएल प्रशासन का तर्क— पेड़ों की केवल छंटाई की गई है

भोपाल।राजधानी के भेल क्षेत्र में पिपलानी स्थित कम्युनिटी हाल के पास लगे आधा दर्जन...

बीएचईएल ने 17 किलो सिंगल यूज़ प्लास्टिक की जप्त

भेल हरिद्वार।बीएचईएल उपनगरी में “सिंगल यूज़ प्लास्टिक” के प्रयोग पर पूर्ण प्रतिबंध को ध्यान...

More like this

यूपी में शुरू हुआ गन्ने की पेराई का महाअभियान! 21 चीनी मिलों में काम शुरू, योगी सरकार के ₹30 की बढ़ोतरी के बाद किसानों...

उत्तर प्रदेश में गन्ना किसानों के लिए खुशखबरी है! योगी सरकार (Yogi Government) द्वारा...