इंग्लैंड के खिलाफ दूसरे टेस्ट के दूसरे दिन का खेल खत्म होने तक भारत के पास 171 रनों की बढ़त है। इंग्लैंड की पहली पारी 256 रनों पर सिमट गई। भारत ने 396 रन बनाए थे। हैदराबाद टेस्ट में दूसरे दिन स्टंप के समय भारत के पास 175 रनों की लीड थी। इंग्लैंड मैच में कहीं नहीं दिख रहा था। लेकिन तीसरे दिन उन्होंने दमदार वापसी की और फिर चौथे दिन मुकाबला ही जीत लिया। उससे पहले 2022 में बर्मिंघम में हुए टेस्ट में भी कुछ ऐसा ही हुआ था। इंग्लिश टीम तीसरी और चौथी पारी में पलटवार के लिए जानी जाती है। ऐसे में विशाखापत्तनम में टीम इंडिया को सचेत रहने की जरूरत है। हम आपको बताते हैं कि तीसरे दिन इंग्लैंड के पलटवार से बचने के लिए भारत को क्या करना चाहिए।
विकेट फेंकने से बचना होगा
भारतीय बल्लेबाजों को विकेट फेंकने से बचना पड़ेगा। सेट होकर लंबी पारी खेलने की कोशिश करनी होगी। मैच में अभी तीन दिन का समय बचा हुआ है। ऐसे में हड़बड़ी करनी की जगह विकेट बचाकर खेलना होगा। हैदराबाद टेस्ट की पहली पारी में भारतीय बल्लेबाज लगातार बड़े शॉट खेलने में आउट हुए थे।
पारी घोषित करने की हड़बड़ी न दिखाए
तीसरे दिन के खेल के बाद भी मैच में दो दिन का समय बचेगा। ऐसे में भारतीय टीम को पारी घोषित करने की हड़बड़ी से बचना होगा। इंग्लैंड ने ब्रेंडन मैकुलम के कोच बनने के बाद से चौथी पारी में दमदार तरीके से लक्ष्य का पीछा किया।
कम से कम 250 रन बनाने का लक्ष्य रखे
भारतीय टीम को पहली पारी 143 रनों की बढ़त मिली है। टीम को अपनी दूसरी पारी में कम से कम 250 रन बनाने की कोशिश करनी होगी। इससे इंग्लैंड के सामने जीत के लिए 400 रनों का लक्ष्य रहे। क्योंकि चौथी पारी में बैटिंग आसान नहीं होगी।
स्पिनर्स के खिलाफ दबकर नहीं खेले
इंग्लैंड का स्पिन अटैक युवा है। सभी को मिलाकर 10 टेस्ट का भी अनुभव नहीं है। लेकिन पहले टेस्ट में भारतीय बल्लेबाजों ने उन्हें हावी होने का मौका दे दिया था। उनके खिलाफ खुलकर शॉट नहीं खेले। इस पारी में भारत को ऐसा करने से बचना होगा।
सेट होनेके बाद बड़ी पारी खेलें
भारतीय बल्लेबाज विशाखापत्तनम टेस्ट की पहली पारी में सेट होने के बाद आउट होते चले गए। यशस्वी जायसवाल को छोड़ दें तो कोई भी बल्लेबाज 35 के स्कोर तक भी नहीं पहुंच पाया। रोहित समेत सभी बल्लेबाज पिच पर सेट हुए थे। दूसरी पारी में वैसी गलती नहीं करनी होगी।

