दिल्ली,
उत्तर प्रदेश के कानपुर में शुक्रवार देर रात एक ट्रेन हादसा हो गया, जहां साबरमती एक्सप्रेस के 22 डिब्बे पटरी से उतर गए. इस हादसे में किसी के जख्मी होने की खबर नहीं है. वहीं पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी-रंगा पानी में ईंधन ले जा रही मालगाड़ी डिरेल हो गई. सिलीगुड़ी में ये एक्सीडेंट एक प्राइवेट यार्ड में हुआ.
कानपुर में हुए ट्रेन हादसे में किसी भी प्रकार की जान माल की कोई क्षति नहीं हुई है ना ही किसी के घायल होने की सूचना है. ड्राइवर के अनुसार हादसा प्रथम दृष्टया बोल्डर के इंजन से टकराने के कारण हुआ. क्योंकि जैसे ही बोल्डर इंजन से टकराया, वैसे ही इंजन का कैटल गार्ड बुरी तरह से मुड़ गया.
रेल प्रशासन की तरफ से यात्रियों के लिए किए गए सुरक्षा के इंतजाम
रेल प्रशासन की तरफ से यात्रियों की सुविधा के सभी इंतजाम किए गए हैं. यात्रियों को बस से कानपुर भेजा जा रहा है. वरिष्ठ अधिकारी दुर्घटना स्थल और नियंत्रण कार्यालय में मौजूद हैं.वहीं, दुर्घटनाग्रस्त ट्रेन संख्या 19168 को रवाना कर दिया गया है. यात्रियों की मदद के लिए रेलवे की तरफ से हेल्पलाइन नंबर भी जारी कर दिए गए हैं.
सिलीगुड़ी के रंगा पानी में मालगाड़ी पटरी से उतरी
जानकारी के अनुसार देर रात सिलीगुड़ी – रंगा पानी इलाके में मालगाड़ी पटरी से उतर गई. मालगाड़ी ईंधन ले जा रही थी. रेल मंत्रालय का कहना है कि ये हादसा एक प्राइवेट यार्ड में हुआ. ऐसे में रेल मंत्रालय से उसका कोई लेना देना नहीं है.
आपको बता दें कि इससे पहले भी रंगा पानी में 15 दिन पहले एक और मालगाड़ी पटरी से उतर गई थी. वहीं, इससे पहले इसी इलाके में इस साल जून के महीने में कंचनजंघा एक्सप्रेस का एक्सीडेंट हुआ था, जिसमें कई लोगों की मौत हो गई थी और कई लोग घायल हो गए थे. यह वही इलाका है जहां 2 महीने के अंदर 3 ट्रेनें दुर्घटनाग्रस्त हो चुकी हैं.