सुकमा
छत्तीसगढ़ के जारी नक्सल विरोधी अभियान के तहत सुकमा जिले में सुरक्षाबलों को बड़ी सफलता मिली है। हार्डकोर 18 नक्सलियों ने मंगलवार को सुरक्षाबलों के सामने आत्मसमर्पण कर दिया। पुलिस अधिकारियों ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि आत्मसमर्पण करने वाले 1 महिला समेत 18 नक्सलियों ने सरेंडर किया। इनमें से 11 नक्सलियों पर कुल 39 लाख रुपये का इनाम घोषित था।
अधिकारियों ने कहा कि राज्य सरकार की ‘छत्तीसगढ़ नक्सलवादी आत्मसमर्पण पुनर्वास नीति’ से प्रभावित होकर तथा नक्सलियों की अमानवीय, आधारहीन विचारधारा और उनके शोषण से तंग आकर मंगलवार को एक महिला समेत 18 नक्सलियों ने सुरक्षाबलों के सामने आत्मसमर्पण कर दिया।
इन पर था 8-8 लाख का इनाम
अधिकारियों ने बताया कि आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों में से पीएलजीए बटालियन नंबर एक के सदस्य मड़कम आयता (25) और भास्कर उर्फ भोगाम (26) पर आठ-आठ लाख रुपये का इनाम था। वहीं, नक्सली सदस्य मड़कम देवे (25) और लक्ष्मण (28) पर पांच-पांच लाख रुपये का इनाम था। सरकार ने हेमला मंगलू (33), कुंजाम भीमा (36), मड़कम भीमा (25), मुचाकी मंगा (39), कोरसा संतोष (25) और तेलाम माड़ा (35) पर दो-दो लाख रुपये इनाम रखा था। इसके अलावा डोडी मंगलू (51) पर एक लाख रुपये का इनाम था।
इस अभियान के तहत मिली सफलता
अधिकारियों के अनुसार, राज्य सरकार के नक्सल सदस्य मुक्त ग्राम पंचायत अभियान के तहत यह सफलता मिली है। छत्तीसगढ़ सरकार ने नक्सल सदस्य मुक्त प्रत्येक ग्राम पंचायत को विकास कार्य के लिए एक करोड़ रुपये प्रोत्साहन राशि देने की घोषणा की है। सुरक्षाबल के अधिकारियों ने बताया कि समर्पण करने वाले नक्सलियों को ‘छत्तीसगढ़ नक्सलवादी आत्मसमर्पण पुनर्वास नीति-2025’ के तहत 50-50 हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि और अन्य सुविधाएं प्रदान की जाएंगी।