पटना
बिहार के सबसे पावरफुल पॉलिटिकल फैमिली के तौर पर लालू परिवार की गिनती होती आई है। पति-पत्नी दोनों बिहार के 15 सालों तक मुख्यमंत्री रहे। इसके बाद एक बेटा दो-दो बार डिप्टी सीएम रहा तो दूसरा बेटा दो-दो बार मंत्री। बिहार विधान सभा में एक बेटा (तेजस्वी यादव) नेता प्रतिपक्ष है तो विधान परिषद में पत्नी (राबड़ी देवी) विरोधी दल की नेता हैं। लालू यादव की बड़ी बेटी मीसा भारती पाटलिपुत्र से सांसद है तो दूसरी बेटी सांसद बनते-बनते रह गई। मगर, बिहार के लालू परिवार को टक्कर दे रहा मांझी परिवार। लालू यादव की तरह जीतन राम मांझी की भी अपनी पार्टी है। जीतन राम मांझी भी कुछ दिनों के लिए मुख्यमंत्री रह चुके हैं। लिहाज, पूर्व मुख्यमंत्री का तमाग उनके साथ भी जुड़ा हुआ है।
फैमिली का पावर पॉलिटिक्स
बिहार में लालू परिवार को पावरफुल माना जाता रहा है, लेकिन अब मांझी परिवार भी उनको टक्कर दे रहा है। लालू यादव और जीतन राम मांझी, दोनों ने ही बिहार के मुख्यमंत्री पद को संभाला है। दोनों के ही परिवार राजनीति में सक्रिय हैं। लालू परिवार की बात करें तो लालू यादव और राबड़ी देवी, दोनों पति-पत्नी 15 साल तक बिहार के मुख्यमंत्री रहे। उनके एक बेटे तेजस्वी यादव दो बार उपमुख्यमंत्री और दूसरे बेटे तेज प्रताप यादव दो बार मंत्री रह चुके हैं। वर्तमान में तेजस्वी यादव विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष हैं, जबकि राबड़ी देवी विधान परिषद में विपक्ष की नेता हैं। लालू यादव की बेटी मीसा भारती सांसद हैं।
लालू परिवार Vs मांझी परिवार
गया से चुनाव जीतकर पहली बार सांसद बने जीतन राम मांझी अब केंद्र की मोदी सरकार में मंत्री हैं। दो बेटों में मांझी का बड़े बेटे (संतोष सुमन मांझी) एमएलसी हैं और बिहार की नीतीश सरकार में मंत्री हैं। इमामगंज विधानसभा से मांझी की बड़ी बहू दीपा मांझी विधायक बन गईं। जीतन राम मांझी की समधन और दीपा मांझी की मां ज्योति देवी बाराचट्टी से विधायक हैं। मतलब, जिस तरह लालू यादव के परिवार में पूर्व मुख्यमंत्री, पूर्व मंत्री, सांसद, विधायक और विधान पार्षद हैं, ठीक उसी तरह जीतन राम मांझी के परिवार में पूर्व सीएम, एमपी, एमएलए और एमएसली हैं।
एक SC तो दूसरा OBC
चुनाव आयोग को दिए एफिडेफिड के मुताबिक दीपा मांझी एमए हैं। 3 करोड़ 30 लाख की मालकिन हैं। जीतन राम मांझी अनुसूचित जाति (मुसहर) से ताल्लुक रखते हैं तो लालू यादव पिछड़ी (यादव) जाति से आते हैं।