मध्य प्रदेश के रायसेन जिले में बरेली-पिपरिया मार्ग (स्टेट हाईवे) पर सोमवार को एक बड़ा हादसा हो गया। नायगांव के पास बना पुल अचानक भरभराकर गिर गया। हादसे के वक्त पुल से गुज़र रही दो मोटरसाइकिलें नीचे गिर गईं, जिससे उन पर सवार चार लोग घायल हो गए। सभी घायलों को बरेली सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इस घटना के बाद इस प्रमुख मार्ग पर यातायात पूरी तरह से ठप्प हो गया।
पुल गिरने से 4 लोग घायल, अस्पताल में भर्ती
पुल ढहने से दो चलती बाइक सीधे नीचे जा गिरीं। इन बाइकों पर सवार चार लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों में एक व्यक्ति सीहोर के जैत का रहने वाला था, जबकि दूसरा बरेली के धोखेड़ा का निवासी बताया जा रहा है। स्थानीय लोगों की मदद से सभी घायलों को तुरंत बरेली सिविल अस्पताल पहुँचाया गया, जहाँ उनका इलाज चल रहा है। इस हादसे से पूरे इलाके में अफरा-तफरी मच गई।
निर्माणाधीन पुल पर चल रहा था काम
हादसे के समय पुल के नीचे निर्माण कार्य चल रहा था। कई मज़दूर वहाँ काम कर रहे थे। पुल को गिरते हुए देखकर मज़दूरों ने जान बचाने के लिए दौड़ लगा दी। यह खुशकिस्मती रही कि वे समय रहते दूर हट गए, नहीं तो एक बड़ा हादसा हो सकता था। यह घटना निर्माण कार्य की गुणवत्ता पर कई सवाल खड़े करती है।
सदन में गूंजा कांग्रेस का ‘हल्ला बोल’
इस घटना को लेकर विधानसभा में कांग्रेस विधायकों ने सरकार पर ज़ोरदार हमला बोला। विधायकों ने कहा कि जब पुल के नीचे निर्माण कार्य चल रहा था, तब भी पुल पर यातायात बंद क्यों नहीं किया गया? न तो ट्रैफिक को मोड़ा (diverted) गया और न ही कोई सुरक्षा इंतज़ाम किए गए। उन्होंने इसे गंभीर मामला बताते हुए दोषियों के खिलाफ मुकदमा चलाने की मांग की।
विक्रांत भूरिया ने लगाया भ्रष्टाचार का आरोप
कांग्रेस विधायक विक्रांत भूरिया ने पुल गिरने की घटना को लेकर सीधा भ्रष्टाचार का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, “सड़कें टूट रही हैं, पुल गिर रहे हैं। यह सब सरकारी भ्रष्टाचार का जीता-जागता उदाहरण है।” उन्होंने सवाल उठाया कि सरकारी पैसे से हो रहे निर्माण कार्य में इतनी लापरवाही क्यों बरती जा रही है, जिसके कारण आम जनता की जान खतरे में पड़ रही है।
स्टेट हाईवे पर ट्रैफिक पूरी तरह से ठप्प
पुल के अचानक गिर जाने से बरेली-पिपरिया के बीच राज्य राजमार्ग (स्टेट हाईवे) पर यातायात पूरी तरह से रुक गया है। दोनों तरफ गाड़ियों की लंबी कतारें लग गईं, जिससे लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। प्रशासन अब जल्द से जल्द वैकल्पिक मार्ग या मरम्मत का रास्ता खोजने की कोशिश कर रहा है, ताकि लोगों की आवाजाही बहाल हो सके।
