20 C
London
Wednesday, July 9, 2025
Homeराज्यपप्पू यादव और प्रशांत किशोर का डैमेज कंट्रोल स्टार्ट, BPSC मुद्दे को...

पप्पू यादव और प्रशांत किशोर का डैमेज कंट्रोल स्टार्ट, BPSC मुद्दे को लेकर फ्रंटफुट पर खेल रही नीतीश सरकार

Published on

पटना

बिहार लोक सेवा आयोग की 70वीं संयुक्त परीक्षा को रद्द कराने को लेकर जो भी पार्टी संग्राम में उतरीं, अपना हाथ जला बैठी। आगामी बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर युवाओं का साथ, रोजगार और पलायन रोकने के दावेदार पार्टियां को अंततः नीतीश सरकार के आगे पटखनी खानी पड़ी। बापू सभागार की कैंसिल परीक्षा को फिर से री शेड्यूल कर सरकार ने तमाम दलों के नेताओं के मंसूबे पर पानी फेर दिया। ये लोग परीक्षार्थियों से बोल बैठे थे कि बीपीएससी 70वीं की पीटी परीक्षा फिर से होगी।

होम करने गए और हाथ जले!
बीपीएससी विवाद को चाहे जितना बड़ा राजनीतिक मुद्दा बनाकर छात्रों की ताकत के सहारे राजनीतिक पार्टियां अपने हित में भुनाने में जुटी। आज उन्हें निराशा ही हाथ लगी होगी। समर्थन में उतरे नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव हो या जनसुराज के प्रशांत किशोर या फिर पूर्णिया सांसद पप्पू यादव। इस मुद्दे पर पूरी तरह से अपनी सियासी रोटी सेंकने में विफल तो हो गए। निश्चित रूप से बिहार के मुख्यमंत्री जिस स्टैंड पर कायम थे। अंततः उसी स्टैंड पर रहकर केवल बापू सभागार में रद्द हुई परीक्षा दोबारा लेकर हार की बाजी विरोध कर रहे नेताओं के नाम कर दी।

पप्पू यादव सुप्रीम कोर्ट जायेंगे
ये दीगर है कि पूर्णिया सांसद पप्पू यादव अभी थके नहीं। वे पटना के सचिवालय पर ट्रेन का आवागमन बाधित कर रहे थे। संभवत वे सचिवालय हाल्ट से इनकम टैक्स गोलंबर तक पैदल मार्च कर बीपीएससी परीक्षा रद्द करने की मांग को जीवित रखेंगे। यह कदम पप्पू यादव के नहीं रुकेंगे। रेल ट्रैक जाम किया। हाइवे जाम किया। अब साढ़े चार लाख बच्चों का भविष्य की खातिर शनिवार को बिहार भी बंद करेंगे। इस दौरान पप्पू यादव ने बड़ा बयान देते हुए कहा कि बीपीएससी परीक्षा रद्द करने को लेकर सुप्रीम कोर्ट जायेंगे। उनकी कपिल सिब्बल से बात हुई है।

पीके का डैमेज कंट्रोल
बीपीएससी छात्रों को न्याय दिलाने उतरे जनसुराज के नेता प्रशांत किशोर भले अपने पहले प्रयास में अपना हाथ खुद जला बैठे। पुलिसिया लाठीचार्ज से एस्केप करना और धरनार्थी बीपीएससी छात्रों को कंबल देने की दुहाई के बाद काफी फजीहत के बाद पीछे हटे प्रशांत किशोर डैमेज कंट्रोल की नीति के तहत गांधी मैदान में धरने पर बैठे गए। जिला प्रशासन को यह तर्क देते हैं कि ‘हमारे ऊपर पहले से ही FIR दर्ज है। एक बार फिर दर्ज हुआ। मुझे कोई फर्क नहीं।

पीके का तर्क
उन्होंने कहा कि दिल्ली में किसान महीनों से प्रदर्शन कर रहे हैं, अगर दिल्ली की सड़कों पर कोई प्रदर्शन कर सकता है तो यहां गांधी मैदान में कोई प्रदर्शन क्यों नहीं कर सकता? हम यहां कोई हंगामा तो नहीं कर रहे? और फिर राजनीतिक हमले का कोण नीतीश कुमार की और मोड़ते हुए कहते हैं कि सीएम नीतीश कुमार तो गांव गांव जाकर कहते थे कि हमें वोट दो, हम तुम्हें रोजगार देंगे। लेकिन उन्होंने छात्रों पर लाठियां चलवाई।

री एग्जाम लेगी सरकार
बहरहाल, इन तमाम दलों के आंदोलन के बीच बापू सभागार में की गई परीक्षा को रद्द करने के बाद 4 जनवरी को री एग्जाम लेकर सरकार ने अपनी मंशा स्पष्ट कर दी है। बावजूद एक तरफ छात्र आंदोलनरत हैं तो दूसरी ओर आपने अपने विरोध प्रदर्शन के तरीके से सरकार का ध्यान आकृष्ट करने में लगी है। इन सब से अलग थलग बीपीएससी परीक्षार्थियों का धरना प्रदर्शन भी जारी है। ये दीगर है कि नीतीश सरकार ने तमाम राजनीतिक दलों के प्रदर्शन के विरुद्ध अपने फैसले पर अडिग रह कर राजनीतिक रोटी सेकने वालों की मंशा पर फिलहाल पूर्ण विराम लगा दिया है।

Latest articles

समय सीमा में पूरा करें निर्माणाधीन और स्वीकृत मार्ग राज्यमंत्री श्रीमती गौर

भेल भोपालसमय सीमा में पूरा करें निर्माणाधीन और स्वीकृत मार्ग राज्यमंत्री श्रीमती गौर,पिछड़ा वर्ग...

BHEL में ITI पास युवाओं के लिए निकली बंपर भर्ती 515 पदों पर सरकारी नौकरी का सुनहरा मौका, ऐसे करें आवेदन

BHEL : भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (BHEL) ने ITI पास युवाओं के लिए नौकरी...

ACCIDENT IN BAGESHWAR DHAM: ढाबे की दीवार गिरी एक महिला की मौत 10 से ज़्यादा श्रद्धालु घायल

ACCIDENT IN BAGESHWAR DHAM: बागेश्वर धाम में मंगलवार सुबह एक बड़ा हादसा हो गया....

More like this