बर्धमान,
पश्चिम बंगाल के पूर्व बर्धमान जिले में एक व्यक्ति ने कथित तौर पर अपने माता-पिता की हत्या कर दी और भाग निकला. इसके कुछ घंटों बाद 120 किलोमीटर दूर दूसरे जिले में एक मदरसे द्वारा संचालित अनाथालय में उसने चार लोगों को चाकू मार दिया. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने गुरुवार को यह जानकारी दी.
आरोपी को बुधवार को उत्तर 24 परगना के बोंगांव में शरीफ अनाथालय में हुए हिंसक हमले के तुरंत बाद गिरफ्तार कर लिया गया. यहां उसने दो शिक्षकों और दो कर्मचारियों को चाकू मार दिया था. उसकी गिरफ्तारी के तुरंत बाद, एक भीड़ ने बोंगांव पुलिस स्टेशन पर धावा बोल दिया और मांग की कि आरोपी की पहचान हुमायूं कबीर के रूप में की जाए, जो एक प्रमुख राज्य विश्वविद्यालय का पूर्व छात्र और एक एमएनसी में पूर्व इंजीनियर है.
उत्तर 24 परगना के एसपी दिनेश कुमार ने बताया कि भीड़ के हमले में दो पुलिसकर्मी – एक कांस्टेबल और एक सहायक उपनिरीक्षक घायल हो गए. कबीर के माता-पिता मुसफतिजुर रहमान और मुमताज परवीन के शव उनके मेमारी स्थित घर के सामने सड़क पर खून से लथपथ पाए गए, जिन पर चाकू से कई वार किए गए थे
कबीर गुड़गांव स्थित एक MNC कंपनी में काम करता था, लेकिन उसने नौकरी छोड़ दी थी. अब अपने माता-पिता के साथ रह रहा था. हिरासत में लिए जाने के बाद, कबीर ने अपनी पहचान और पता बताया, जिससे मेमारी में हुए दोहरे हत्याकांड से उसका संबंध उजागर हुआ. कुमार ने कहा कि इस बात की प्रबल संभावना है कि उसने अपने माता-पिता की हत्या की हो.
उन्होंने कहा कि उससे पूछताछ की जा रही है, लेकिन उसने अभी तक हत्या का अपराध कबूल नहीं किया है. पूर्व बर्धमान के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि स्थानीय लोगों ने दावा किया है कि तलाक और नौकरी छूटने के बाद कबीर मानसिक स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से पीड़ित था. अधिकारी ने कहा, ‘हम हत्याओं और चाकूबाजी के पीछे के मकसद का पता लगाने के लिए सभी संभावित कोणों की जांच कर रहे हैं.
इधर थाने में पहुंचकर दंगा करने और पुलिस अधिकारियों पर हमला करने के आरोप में दस लोगों को गिरफ्तार किया गया है. एसपी ने बताया कि इलाके में अतिरिक्त छापेमारी जारी है. कबीर की बहन तमन्ना रहमान हावड़ा जिले के एक मदरसे की शिक्षिका हैं. उसने अपने माता-पिता के खून से सने शव मिलने के बारे में अज्ञात लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है. हालांकि, उन्होंने बोंगांव में हुए घटनाक्रम के बारे में कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया.