14 C
London
Sunday, November 9, 2025
HomeUncategorizedएक चिड़िया को नौकरी देना चाहते हैं आनंद महिंद्रा, जानिए क्या है...

एक चिड़िया को नौकरी देना चाहते हैं आनंद महिंद्रा, जानिए क्या है इसकी खासियत

Published on

नई दिल्ली

महिंद्रा एंड महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन आनंद महिंद्रा सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहते हैं। वह खासकर ट्विटर पर प्रेरणादायक और अनोखे वीडियो शेयर करते रहते हैं। यही वजह है कि इस सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर उनके 95 लाख फॉलोअर्स हैं। इस बार वह एक चिड़िया को अपनी कंपनी में नौकरी देने की बात कह रहे हैं। यह चिड़िया अपने चूजों को सांप जैसे शिकारियों से बचाने के लिए अपने घोसले में नकली रास्ता बनाती है। शिकारी इसे ही असली रास्ता समझ लेते हैं और धोखा खा जाते हैं। इस चिड़िया की इसी अदा पर आनंद महिंद्रा फिदा हैं।

महिंद्रा ने ट्वीट किया, ‘नेचर सच में लाजवाब है। मुझे लगता है कि हमें इस चिड़िया को अपने कॉरपोरेट रिस्क और कॉरपोरेट स्ट्रैटजी डिपार्टमेंट्स में रिक्रूट करना चाहिए।’ आनंद महिंद्रा का इशारा ऐसे लोगों की भर्ती करने से है जो इस चिड़िया जैसी नीतियां बनाकर कंपनी को जोखिम से बचा सके। इस ट्वीट में उन्होंने इस चिड़िया की तस्वीर भी साझा की है। यह चिड़िया अफ्रीका के अंगोला, बोत्सवाना, नामीबिया, दक्षिण अफ्रीका और जिम्बाब्वे में पाई जाती है। इसका नाम Cape Penduline Tit या southern penduline tit है।

क्या है इस चिड़िया की खासियत
यह पक्षी Remizidae फैमिली की है। इसका प्राकृतिक आवास ड्राई सवाना, सबट्रॉपिकल, ट्रॉपिकल ड्राई स्रबलैंड और भूमध्यसागर की तरह की वनस्पति है। इसका घोसला 15 सेंटीमीटर ऊंचा, नौ सेमी गहरा और इतना ही चौड़ा होता है। इसे बनाने में यह कॉटन वूल जैसी मुलायम सामग्री का इस्तेमाल करती है। यह दक्षिण अफ्रीका की सबसे छोटी पक्षियों में से एक है। लेकिन अपने अंडों और चूजों को शिकारियों से बचाने के लिए यह घोसला इस तरह बुनती है कि सांप जैसे शिकारियों को धोखा दे सके। इस घोसले को बनाने में इसे 20 से 35 दिन लगते हैं।

इस घोसले के एक तरफ ऐसा ढांचा बना होता है जो घोसले में जाने के रास्ते की तरह दिखता है लेकिन असल में यह दरवाजा नहीं होता है। अगर कोई शिकारी इसमें घुसता है तो उसे कुछ नहीं मिलता है और वह खुद को ठगा हुआ महसूस करता है। घोसले में घुसने का असली रास्ता इस ढांचे के ऊपर होता है। चिड़िया के घुसते ही असली रास्ता बंद हो जाता है। इसमें घुसने से पहले चिड़िया इसे अपने पैर की मदद से खोलती है। इसी तरह घोसले से निकलने पर चिड़िया इस रास्ते को बंद कर देती है।

Latest articles

इतिहास रचा! 11 गेंदों में 8 छक्के, मेघालय के बल्लेबाज़ आकाश कुमार ने जड़ा सबसे तेज़ अर्धशतक का वर्ल्ड रिकॉर्ड

रणजी ट्रॉफी 2025-26 के प्लेट ग्रुप में मेघालय और अरुणाचल प्रदेश के बीच चल...

उत्तराखंड को पीएम मोदी का ₹8,100 करोड़ का तोहफ़ा! रजत जयंती पर किया विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन

उत्तराखंड के गठन के 25 वर्ष पूरे होने के अवसर पर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी...

More like this

खजुराहो से दिल्ली और बनारस के लिए इंडिगो की सीधी फ्लाइट शुरू

भोपाल ।अब खजुराहो से दिल्ली और बनारस के लिए सीधी हवाई सेवा शुरू हो...

बीएचईएल हरिद्वार में “सतर्कता हमारी साझा जिम्मेदारी” विषय पर कार्यक्रम

भेल हरिद्वार ।(बीएचईएल हरिद्वार में सतर्कता जागरूकता सप्ताह का शुभारम्भ)हरिद्वार, 27 अक्टूबर: सार्वजनिक जीवन...