नोएडा
सूरजपुर कोर्ट ने श्रीकांत त्यागी को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। श्रीकांत पर नोएडा की एक सोसायटी में महिला से अभद्रता और मारपीट करने का आरोप है। उसे मंगलवार को मेरठ से अरेस्ट किया गया था। श्रीकांत 5 अगस्त से फरार था। उसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस की 12 टीमें लगी हुई थीं।
मेरठ से अरेस्ट करने के बाद शाम को नोएडा पुलिस कमिश्नर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि किस तरह श्रीकांत लगभग चार दिनों तक पुलिस के हाथ से बचता रहा। उन्होंने बताया कि इस दौरान श्रीकांत ने एयरपोर्ट जाने की कोशिश की। लखनऊ में पनाह लेने की कोशिश की। पुलिस के हाथों से बचा रहे इसलिए वह लगतार गाड़ियां और फोन बदलता रहा। इतना ही नहीं उसने खुद भी फोन वगैरह पर चुप्पी साथ रखी थी।
‘विधायक का स्टिकर स्वामी प्रसाद मौर्य से मिला’
पुलिस ने उसके साथ उसके मददगारों को भी पकड़ा है। पहले यह भी जानकारी मिली थी कि श्रीकांत की एक कार के ऊपर विधायक का स्टिकर भी लगा हुआ है। पुलिस की शुरुआती पूछताछ में खुद श्रीकांत ने उसे बताया कि यह स्टिकर उसे वर्तमान में सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने दिया था। पुलिस उसके इस दावे की जांच कर रही है।
श्रीकांत के समर्थन में आए लोग
दिन में श्रीकांत त्यागी की गिरफ्तारी के बाद नोएडा और मेरठ के बीच त्यागी समाज के लोग उसके समर्थन में भी आए। उन्होंने नोएडा के गेझा गांव में एक बड़ी सभा करके पुलिस पर आरोप लगाया कि वह त्यागी के परिवार का उत्पीड़न कर रही है।
जनता पर रौब गांठता था श्रीकांत
श्रीकांत त्यागी को लग्जरी गाड़ियों का शौक था और वह अपनी इन्हीं गाड़ियों से लोगों पर रौब जमाता था। इससे पहले श्रीकांत त्यागी की तीन लग्जरी गाड़ियां पुलिस अपने कब्जे में ले चुकी है। जिस चौथी कार फॉर्च्यूनर को पुलिस ने अपने कब्जे में लिया है उस पर विधायक का स्टिकर लगा मिला है। स्टिकर की मान्यता वर्ष 2023 तक है।