देवास
एमपी में आज भी कई गांव ऐसे हैं, जहां तक पहुंचने के लिए सड़कें नहीं है। बरसात के दिनों में इन गांवों में लोगों की मुश्किलें बढ़ जाती हैं। आए दिन किसी न किसी जिले से ऐसे वीडियो सामने आते हैं, जिसमें लोग नदी-नाले को पार कर जाते दिखते हैं। देवास के दुर्गापुर गांव में कुछ ऐसी ही स्थिति बनी है। यहां गांव से श्मशान घाट तक जाने के लिए सड़क नहीं है। बारिश के दिनों में लोग उफनते नाले को पारकर श्मशान घाट तक जाते हैं और अपनों का अंतिम संस्कार करते हैं। शनिवार को दुर्गापुर गांव में लोगों को कुछ ऐसी ही स्थिति का सामना करना पड़ा है।
दरअसल, देवास जिले का दुर्गापुर गांव हाटपीपल्या विधानसभा क्षेत्र में आता है। शनिवार दोपहर में गांव के 75 वर्षीय मांगीलाल कुमावत की मौत हो गई है। इस दौरान गांव में जबरदस्त बारिश हो रही थी। श्मशान घाट के रास्ते में एक नाला पड़ता है। बारिश की वजह से नाले में उफान था। बहाव इतना तेज था कि कोई भी बह सकता था। गांव के लोग पार्थिव शरीर को लेकर अंतिम संस्कार के लिए निकले। इस दौरान नाला पार करना उनलोगों के लिए सबसे बड़ी चुनौती थी।
एमपी के देवास जिले से एक वीडियो सामने आया है। हाटपीपल्या विधानसभा के गांव दुर्गापुरा में जाने के लिए सड़क नहीं है। अंतिम संस्कार के लिए लोग उफनते नाले को पार शमशान घाट जा रहे हैं। @NavbharatTimes #DewasVideo #LastRites pic.twitter.com/6n3XkCGDE5
— NBTMadhyapradesh (@NBTMP) August 21, 2022
स्थानीय लोगों ने जान जोखिम में डालकर शव के साथ नाले को पार किया है। इसका वीडियो स्थानीय लोगों ने बना लिया है जो सोशल मीडिया पर वायरल है। इसके बाद शिवराज सरकार के विकास कार्यों पर सवाल उठ रहा है। आजादी के इतने दिनों बाद भी गांव से श्मशान घाट तक पहुंचने के लिए सड़क नहीं है। गांव के एक ग्रामीण ने कहा कि हमारी उम्र 35 साल से अधिक है। तब से मैं इस समस्या को देख रहा हूं।
ग्रामीणों ने कहा कि यह गांव दो विधानसभा क्षेत्रों में पड़ता है। आधा हिस्सा देवास में और आधा हाटपीपल्या में आता है। इसके बावजूद गांव का यह हाल है। इस दौरान खेती में भी लोगों को परेशानी होती है। ग्रामीणों ने कहा कि बारिश थमने और नाले का जलस्तर कम होने के बाद ही हमलोग अपनी खेत की तरफ जाते हैं। जिम्मेदारों की तरह से आश्वासन दिया जाता है लेकिन समस्याओं का समाधान नहीं हुआ है।