भोपाल
इन दिनों भेल में शह और मात का खेल जारी है। कुछ यूनियनें एक दूसरे की इतनी दुश्मन बन गई हैं कि वह कर्मचारियों के मुद्दों को भुलाकर उन्हें निपटाने के काम में लग गई हैं। हाल ही में ऑल इंडिया भेल इम्पलाईज यूनियन के एक नेता रोहित कुमार का तबादला साउथ की रानीपेट यूनिट में कर दिया गया। बड़ी बात यह है कि इस नेता का दूसरी यूनियन ज्वाइन करना महंगा पड़ गया है। पहले इन्हें सस्पेंड कराया और अब आनन-फानन में दिल्ली के फरमान के चलते स्थानीय प्रबंधन ने उसे रानीपेट जाने का पत्र थमा दिया। इस तरह की राजनीति भेल में लगातार जारी है।