यीशु मसीह से मिलना था, इसलिए भूखे रहकर मौत को चुना… केन्‍या में सैंकड़ों लोगों के मरने की डरावनी कहानी

नैरोबी

केन्‍या में एक शख्‍स पहले टैक्‍सी ड्राइवर बना फिर वह टीवी पर आकर ईसाई धर्म की बातें करने लगा। इस शख्‍स ने अपना प्रभाव इतने गहरे तक जमाया कि लोग उसके कहने पर भूखे रहकर मरने के लिए तैयार हो गए थे। इसके बाद जो हुआ वह एक सच्ची डरावनी कहानी है जो धार्मिक आजादी पर सवाल भी उठाती है। विक्टर कौड जो देश में नागरिक अधिकारों के लिए काम करते हैं उन्‍होंने इस डरावनी कहानी के बारे में बताया है। केन्‍या के मालिंदी के एक जंगल में कब्रिस्‍तान से मिले सैंकड़ों शव इसकी गवाही देते हैं। विक्‍टर चाहते थे कि भूखे रहकर यीशु से मिलने की इच्‍छा रखने वाले ये लोग किसी तरह से जिंदा बच जाएं।

जंगल बना चर्चा का विषय
विक्‍टर पिछले दिनों शाकाहोला जंगल गए थे और यह जंगल आजकल चर्चा में बना हुआ है। यह जंगल एक पादरी के उपदेश देने के बाद सामूहिक हत्‍या और जान लेने की जगह बन गया। शनिवार तक इस जगह से 22 और ऐसे शव मिले जो मिट्टी में दबे हुए थे। पुलिस का मानना है कि इनमें से ज्‍यादातर शव हिंद महासागर के करीब स्थि‍त मालिंदी से मिले हैं। ये शव पॉल नथेंग मैकेंजी के अनुयायियों के हैं। मैकेंजी एक टैक्‍सी ड्राइवर था और उसने ही इन लोगों को मरने के लिए प्रोत्‍साहित किया था। उसने इनसे कहा था कि अगर वो भूख हड़ताल करते हैं तो फिर उन्‍हें जीसस से मिलने का मौका मिलेगा। अब तक इसमें करीब 100 शव निकाले जा चुके हैं।

26 लोग हुए गिरफ्तार
तट क्षेत्रीय आयुक्त रोडा ओन्यान्चा ने और शवों के मिलने की जानकारी दी। उन्‍होंने बताया कि मैकेंजी और एक गिरोह के साथ 26 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इन लोगों का ही इतनी मौतों का जिम्‍मेदार माना जा रहा है। इस गैंग ने यह सुनिश्चित किया कि कोई भी उनके उपवास को तोड़ न दे या जिंदा जंगल को छोड़कर न जाने पाए। लोगों की मौत भूख की वजह से हुई है लेकिन सरकारी अधिकारी जोहान्सन ओडुओर के मुताबिक कुछ लोगों का गला तक घोंटा गया और कुछ की मौत दम घुटने की वजह से हुई है। पीड़‍ितों में कुछ बच्‍चे भी शामिल हैं। जिन लोगों की मौत हुई है उनके करीबी अब इस जंगल से शवों को खोदकर निकाल रहे हैं।

भूखे रहकर मरे तो सीधा स्‍वर्ग
मैकेंजी ने अपने अनुयायियों को बताया था कि इस तरह से अगर मरेंगे तो सीधा स्‍वर्ग जाएंगे। केन्‍या की मीडिया में इसे शाखोला नरसंहार के तौर पर बताया जा रहा है। जो बात हैरान करने वाली है कि कैसे इतने सारे लोगों ने भूखे रहकर मौत को चुना। इस घटना ने केन्‍या में धार्मिक आजादी पर भी सवाल उठाने शुरू कर दिए हैं। लोगों ने पंथ के नेतृत्‍व की तरफ से आदेश मिलने के बाद अपने सिर तक मुंडवा दिए थे। इस मामले ने केन्याई लोगों को हैरान कर दिया है। राष्‍ट्रपति विलियम रुटो को मौतों की जांच के लिए एक आयोग और धार्मिक निकायों को नियंत्रित करने वाले नियमों की समीक्षा करने के लिए एक टास्क फोर्स का गठन करने का फैसला किया है।

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