UP : पाइप से पीटा, गर्दन पर पैर रखकर खड़ा हुआ और… तांत्रिक ने ले ली महिला की जान

इटावा,

यूपी के इटावा जिले में एक तांत्रिक ने महिला की जान ले ली. वो लंबे समय से मानसिक बीमार थी. दिल्ली के एक अस्पताल में उसका इलाज चल रहा था. साथ ही मायकेवालों ने झाड़-फूंक से इलाज कराने के लिए तांत्रिक को बुलाया था. परिवार की शिकायत पर पुलिस ने आरोपी को हिरासत में ले लिया है.

मामला सदर कोतवाली क्षेत्र के पथवरिया का है. पांच साल पहले प्रिया सक्सेना (40 साल) की शादी फतेहपुर जिले में शादी हुई थी. कुछ ही दिन बाद ही पति से अनबन के चलते वो मायके में आकर रहने लगी. वो लंबे समय से मानसिक बीमार थी.

महिला की गर्दन पर पैर रखकर खड़ा हो गया तांत्रिक
बेटी का इलाज कराने के लिए उसकी मां और टीचर पिता ने श्मशान घाट से एक तांत्रिक को बुलाया. उसने हवन-पूजन कर भूत भगाने की बात कहते हुए महिला को प्रताड़नाएं दी. पानी के पाइप से पीटने के साथ ही उसकी गर्दन पर पैर रखकर खड़ा हो गया. इससे उसकी मौत हो गई.

‘तुम्हारी बेटी बेहोश हो गई, 7 दिन में होश आएगा’
इसके बाद परिजनों से कहा कि तुम्हारी बेटी बेहोश हो गई है. 7 दिन में होश में आ जाएगी. इतना कहकर वहां से निकल हो गया. 24 घंटे बीत जाने के बाद भी उसे होश नहीं आया मगर शरीर से बदबू आने लगी. तब जाकर परिजनों ने पुलिस को सूचना दी.

तीन-चार दिन से झाड़-फूंक चल रही थी- पुलिस
मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा. इस मामले में एसपी सिटी कपिल देव सिंह ने बताया कि तांत्रिक को हिरासत में ले लिया गया है. पूछताछ में पता चला है कि तीन-चार दिन से झाड़-फूंक चल रही थी. पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.

तांत्रिक कह रहा था कि इसके ऊपर हवा-भूत- परिजन
प्रिया की मां और पिता ने का कहना है, हमने बेटी के इलाज के लिए तांत्रिक को दिखाया था. उसने मारा-पीटा, जिससे वो बेहोश हो गई. उसने हवन करने के दौरान भी मारा था. तब ज्यादा चोट नहीं आई थी. पानी के पाइप से भी पीटा. दोबारा जब मारा पीटा और गर्दन पर पैर रख दी तो वो बेहोश हो गई. इसके बाद मर गई. तांत्रिक कह रहा था कि इसके ऊपर हवा-भूत है. घर में भी हवा है. तांत्रिक श्मशान घाट पर रहता है. उसने कहा था कि बेटी को ठीक कर देंगे.

About bheldn

Check Also

तारीख पे तारीख… निचली अदालत छोड़िए हाई कोर्ट में 30 साल से 62 हजार केस पेंडिंग, कुछ मामले तो 1952 के

नई दिल्ली : देश के अलग-अलग हाई कोर्ट्स में लगभग 62 हजार ऐसे मामले लंबित …