दीपिका पादुकोण अपनी प्रेग्नेंसी की तीसरी तिमाही में प्रवेश कर चुकी हैं। प्रेग्नेंसी को लेकर दीपिका के बारे में कई तरह के अफवाहें इन दिनों खूब चल रही हैं। जैसे कि कुछ लोगों का कहना है कि दीपिका प्रेगनेंट नहीं हैं और ये उनका फेक बेबी बंप है, वहीं कुछ लोग उनके प्रेग्नेंसी ग्लो की तारीफ कर रहे हैं।
इस सबके बीच दीपिका ने ‘सेल्फ केयर मंथ’ में अपने इंस्टाग्राम पर एक योगा पोज करते हुए पोस्ट डाली है। इस पोस्ट में दीपिका विपरीत करणी आसन करते हुए नजर आ रही हैं। इसके साथ ही दीपिका ने पोस्ट में इस आसन को करने के फायदों के बारे में भी बताया है।
विपरीत करणी आसन के फायदे
इस आसन में पीठ के बल लेटकर पैरों को दीवार के सपोर्ट से ऊपर उठाकर सीधा रखा जाता है। इससे मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य दोनों को ही फायदा मिलता है। नर्वस सिस्टम शांत रहता है और इम्यून सिस्टम को भी ताकत मिलती है। इस प्राचीन योगासन की आज के तनावूपर्ण और व्यस्त जीवन में बहुत जरूरत है।
प्रेग्नेंसी में विपरीत करणी आसन करने से क्या होता है?
दीपिका ने अपनी पोस्ट में लिखा है कि प्रेग्नेंसी में इस आसन को करने से मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द से राहत मिलती है। एड़ियों और पैरों की सूजन कम होती है। कमर के निचले हिस्से पर दबाव कम पड़ता है और पैरों एवं कूल्हों में भारीपन और थकान कम महसूस होती है। इससे प्रेग्नेंसी में होने वाली वॉटर रिटेंशन की समस्या भी कम होती है। यह आसन एड़ियों और पैरों में सूजन और असहजता को भी कम करता है।
किसे नहीं करना चाहिए?
दीपिका की पोस्ट में लिखा है कि जिन लोगों को ग्लूकोमा है या जिनका बीपी बहुत ज्यादा हाई है उन्हें इस आसन को करने से बचना चाहिए। आप योगा एक्सपर्ट से पूछने और प्रेग्नेंसी में डॉक्टर की सलाह के बाद ही इस आसन को करना शुरू करें।
प्रेग्नेंसी की परेशानियां होती हैं हल
artofliving में प्रकाशित एक लेख में लिखा है कि विपरीत करणी आसन को प्रेग्नेंसी में करने से कमर दर्द की शिकायत दूर हो सकती है। जिन महिलाओं को गर्भावस्था में पीठ दर्द हो रहा है, वह डॉक्टर की सलाह लेने के बाद इस आसन को कर सकती हैं। इससे पेल्विक हिस्से में खून का प्रवाह ठीक होता है। वेरिकोज वेंस को भी इससे कम या ठीक किया जा सकता है। यह भी प्रेग्नेंसी में होने वाली एक आम समस्या है।
विपरीत करणी आसन के टिप्स
आप पूरे आसन के दौरान आरामदायक महसूस करने चाहिए। अपने कूल्हों के नीचे सहारे के लिए बोल्स्टर, तकिया या चादर का इस्तेमाल कर सकते हैं। अपनी सांस पर ध्यान केंद्रित करें। गहरी, स्थिर सांस लेना रिलैक्स होने में मदद करता है और आसन के लाभों को बढ़ाता है। कुछ मिनटों से शुरू करें और जैसे-जैसे आप आसन के साथ अधिक सहज होते हैं, इसकी अवधि बढ़ा सकते हैं।