हाथरस
उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में सत्संग में भगदड़ मचने से 121 लोगों की मौत हो चुकी है। इस मामले में वांछित मुख्य आरोपी देवप्रकाश मधुकर समेत दो अन्य आरोपियों को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। मुख्य आरोपी मधुकर पर एक लाख रुपए का ईनाम घोषित था। वहीं गिरफ्तार किए गए आरोपियों से पूछताछ में बेहद चौकानें वाला खुलासा हुआ है। पुलिस के मुताबिक इनसे विगत कुछ समय पहले कुछ राजनीतिक पार्टियों द्वारा सम्पर्क किया गया था। ऐसे में फंड इकट्ठा करने के सम्बन्ध में गहराई से जांच की जा रही है कि कहीं इस तरह के कार्यक्रम और अन्य संसाधन किसी राजनीतिक पार्टी से पोषित तो नहीं है।हाथरस के सिकंदराराऊ क्षेत्र के ग्राम फुलरई मुगलगढ़ी में हुई घटना में मुख्य आरोपी देवप्रकाश मधुकर, रामप्रकाश शाक्य व संजू यादव समेत कुल 9 लोगों को यूपी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
फंड रेजर बन गया था मधुकर
इस मामले में हाथरस के एसपी निपुण अग्रवाल ने बताया कि देवप्रकाश मधुकर इस संगठन में काफी दिनों से जुड़े होने के कारण संगठन का फंड रेजर बन गया था। संगठन को संचालित करने और सत्संग इत्यादि कराने के लिए पैसे इकट्ठा कर रहा था। एसपी ने बताया कि अब तक की पूछताछ से ऐसा लग रहा है कि कोई राजनीतिक दल अपने राजनीतिक व निजी स्वार्थ्य के लिए इनसे जुड़े है।
चरणरज के लिए मची थी भगदड़
एसपी निपुण अग्रवाल ने बताया कि आरोपी देवप्रकाश मधुकर से जुड़े हुए अभी बैंक खाते, चल अचल सम्पत्ति, मनी ट्रेल की जांच की जा रही है। जिसके लिए जांच एजेंसियों की भी मदद ली जा रहा है। हाथरस पुलिस के मुताबिक, इनके और इनके सेवादरों द्वारा प्रवचनकर्ता की गाड़ी को भीड़ के बीच से निकाला गया था। जबकि इनको इस बारे में जानकारी थी कि भीड़ से गाड़ी निकालने के समय चरणरज के लिए भगदड़ मचने से भयानक दुर्घटना हो सकती थी। वहीं अब इस मामले की भी गहराई से जांच की जा रही है कि यह घटना आयोजक सेवादारों द्वारा किसी के कहने या दुष्प्रेरित करने से तो नहीं कराई गई है। पुलिस के मुताबिक आवश्यकतानुसार गिरफ्तार सेवादार, आयोजकों को पुलिस कस्टडी रिमांड में लेकर पूछताछ की जाएगी।