सुनीता विलियम्स को अंतरिक्ष में क्या हो गया है, जिससे नासा के डॉक्टर भी परेशान? तेजी से घट रहा है वजन

वॉशिंगटन

भारतीय मूल की अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स के स्वास्थ्य ने नासा के डॉक्टरों की चिंता बढ़ा दी है। जून में अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन पर पहुंचने के बाद से सुनीता विलियम्स का वजन काफी कम हो गया है। अमेरिकी मीडिया आउटलेट न्यूयॉर्क पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार, नासा के डॉक्टर उनको वजन बढ़ाने में मदद करने पूरी कोशिश कर रहे हैं। हाल ही जारी की गई तस्वीरों में सुनीता विलियम्स बहुत दुबली-पतली दिखाई दे रही हैं।

न्यूयॉर्क पोस्ट ने मिशन से सीधे जुड़े नासा के एक कर्मचारी के हवाले से बताया कि सुनीता विलियम्स का ‘वजन बहुत कम हो गया है।’ अधिकारी ने कहा, उनका वजन कम हो गया है और अब वह केवल स्किन और हड्डियों का ढांचा रह गई हैं। इसलिए अब उनके वजन में कमी को रोकना प्राथमिकता है और उम्मीद है कि इसे वापस करने में मदद मिले।

8 महीने के लिए अंतरिक्ष में फंसी
सुनीता विलियम्स और उनके साथ बैरी विल्मोर को इसी साल 5 जून को बोइंग स्टारलाइनर से अंतरिक्ष में भेजा गया था। उड़ान से पहले दोनों ने अपने मिशन पूर्व शारीरिक परीक्षण पास कर लिए थे और उन्हें केवल आठ दिनों के लिए अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन (ISS) पर रहना था। लेकिन स्टारलाइन में तकनीकी खराबी की वजह से वे वहीं फंस गए हैं।

सुनीता विलियम्स और बैरी विल्मोर को अंतरिश से वापस लाने के लिए स्पेसएक्स क्रू ड्रैगन को भेजा गया है, लेकिन यह फरवरी 2025 से पहले पृथ्वी पर वापस नहीं आएगा। यानी कि सुनीता विलियम्स का जिस 8 दिन के सफर पर अंतरिक्ष में गई थीं, वह 8 महीने का हो गया है।

क्यों घटता है अंतरिक्ष में वजन?
न्यूयॉर्क पोस्ट ने नासा सूत्रों के हवाले से बताया है कि मिशन की शुरुआत में 5 फुट 8 इंच लंबी सुनीता विलियम्स का वजन 63.5 किलोग्राम था। लेकिन जैसे-जैसे मिशन आगे बढ़ा, अंतरिक्ष यात्रियों को मिलने वाली हाई कैलोरी डाइट विलियम्स के लिए काफी नहीं हुई है। मेटाबॉलिज्म में बदलाव के चलते अंतरिक्ष यात्रियों को पृथ्वी की तुलना में दोगुनी कैलोरी का सेवन करना पड़ता है।

सुनीता विलियम्स को क्या करना होगा?
सूत्र ने बताया कि सुनीता विलियम्स को वजन बढ़ाने के लिए प्रतिदिन 5000 कैलोरी तक खाना पड़ सकता है। नासा के डॉक्टरों ने विलियम्स के साथ लगभग एक महीने पहले काम करना शुरू किया था ताकि उन्हें वजन बढ़ाने में मदद मिल सके। नासा के कई अध्ययन बताते हैं कि अंतरिक्ष यात्रा का महिलाओं पर अधिक बुरा प्रभाव पड़ता है। 2023 के एक अध्ययन में पाया गया कि महिला अंतरिक्ष यात्री पुरुषों की तुलना में अधिक तेजी से मांसपेशियों को खोती हैं।

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