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Monday, August 4, 2025
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‘कर्ज में डूबेंगे, नहीं मिलेगी US में नौकरी’, किसने दी अमेरिका में मास्टर करने जा रहे भारतीय छात्रों को सलाह?

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क्या आप अमेरिका में जाकर मास्टर डिग्री करना चाहते हैं? अगर आप यूएस से पढ़ने के बारे में सोच रहे हैं तो फिर आपको एक बार अपने फैसले पर विचार करने की जरूरत है। ऐसा इसलिए क्योंकि एक अमेरिकी छात्रा ने भारतीय छात्रों को इसके नुकसान बताते हुए चेतावनी दी है। उसने कहा है कि यूएस से मास्टर डिग्री हासिल करने पर छात्रों के कर्जदार होने का खतरा है। साथ ही साथ उनके लिए अमेरिका में नौकरी ढूंढना भी बहुत ही ज्यादा कठिन होने वाला है।

26 वर्षीय अमेरिकी महिला ने हाल ही में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म रेडिट पर अमेरिकी यूनिवर्सिटीज में मास्टर प्रोग्राम में एडमिशन लेने वाले भारतीय छात्रों की बढ़ती संख्या पर अपने विचार शेयर किए। इस पोस्ट पर लोगों की काफी प्रतिक्रिया भी देखने को मिली है। अमेरिका की एक यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाली इस छात्रा ने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि इनमें से कई सारे भारतीय स्टूडेंट्स ऐसे हैं, जो अनजाने में उस रास्ते पर चल रहे हैं, जो पूरी तरह से भ्रामक है। उसने नौकरी मिलने के कम चांस को लेकर भी बात की।

यूनिवर्सिटी में कंप्यूटर साइंस पढ़ने वाले 99% छात्र भारतीय
अमेरिकी महिला ने बताया कि वह पहले एक यूनिवर्सिटी में काम कर रही थी, जहां उसने अपने कर्मचारी लाभों का फायदा उठाते हुए वहीं पर कंप्यूटर साइंस में मास्टर डिग्री हासिल करने का फैसला किया। वह बताती है, “मुझे तुरंत पता चल गया कि यहां कंप्यूटर साइंस पढ़ने वाले 99 फीसदी छात्र भारतीय हैं।” उसने बताया कि अंतरराष्ट्रीय छात्रों की इतनी बड़ी संख्या का एक जगह होना असामान्य है। खासतौर पर तब, जब यूनिवर्सिटी की गिनती टॉप संस्थानों में भी नहीं होती है।

क्यों कर रहे हैं भारतीय अमेरिका में पढ़ाई?
अमेरिकी महिला ने अपने सहपाठियों से बात की और ये समझने की कोशिश की कि आखिर क्या वजह है, जिसके चलते भारतीय छात्र अमेरिका में हायर एजुकेशन की पढ़ाई करना चाहते हैं। उसने बताया कि भारतीय छात्र यहां इसलिए पढ़ाई कर रहे हैं, क्योंकि उन्हें लगता है कि अमेरिकी डिग्री होने पर उनके लिए वीजा हासिल करना और नौकरी पाना आसान होगा।

हालांकि, अमेरिकी महिला ने उनके इन फैसलों पर संदेह जताया, क्योंकि इस वक्त अमेरिकी मार्केट में बहुत ज्यादा कॉम्पिटिशन है। उसने कहा, “मुझे ऐसा लगता है कि इन सभी बच्चों के लिए अमेरिका में नौकरी पाना वाकई कठिन होने वाला है। अमेरिकी बच्चों के लिए यह पहले से ही कठिन है।”

छात्रों के ऊपर बढ़ता आर्थिक दबाव
रेडिट यूजर ने बड़ी चिंता की ओर इशारा करते हुए बताया कि ये छात्र यहां पर आर्थिक दबाव के साथ पढ़ रहे हैं। उसने कहा, “वे कर्ज में डूबे हुए यहां आ रहे हैं, प्रोफेसर भी अच्छे नहीं हैं और वे शायद अमेरिका में नौकरी नहीं पा सकेंगे।” उसका मानना है कि अमेरिका में पढ़ना एक जोखिम भरा निवेश है। रेडिट यूजर ने भारतीय छात्रों के अमेरिका में पढ़ने की कोशिशों की तुलना एक संभावित घोटाले से की है। उसका कहना है कि ये अनिश्चित नतीजे देने वाला एक महंगा प्रयास है। अमेरिकी महिला ने कहा, “सच में मुझे उनके लिए बुरा लगता है।”

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