भोपाल
भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड भेल के जब से एक ईमानदार अफसर चेयरमैन बने हैं तब से यह कहा जाने लगा कि अब बीएचईएल की किसी यूनिट में भी गलत अफसरों की नहीं चलेगी लेकिन भोपाल यूनिट में एक अफसर की मनमानी का आलम यह है कि पूरा विभाग उनसे परेशान हैं और उनका जलवा कायम है। हाई पॉवर की धमकी देकर उनकी दादागिरी की हदें पार हो गई। अब तो भोपाल यूनिट के मुखिया भी उनकी नाक में नकेल डालने में नाकाम साबित हो रहे है। इससे उनके विभाग के सीनियर अफसर जिनका प्रमोशन भी होना हैं वह भी असहाय महसूस कर रहे है। वैसे भी एक विभाग में एक ही पद के दो अफसरों का बिठा देना भी गलत है। मामला कुछ इस तरह से चर्चाओं में हैं कि इन साहब का जैसे ही प्रमोशन हुआ इनका तबादला भोपाल यूनिट से बाहर कर दिया जाएगा। आननफानन में इन साहब ने तीन माह के लिए यह तबादला रूकवा भी लिया और जैसे ही तीन माह पूरे हुए तो साहब ने चौथे माह फिर एक्सटेंशन ले लिया। ऐसे में विभाग के लोगोंं तो यह तो समझ आ ही गया कि साहब पावरफुल है लेकिन सारी बातें तब समझ में आई जब इस विभाग में एक सैंकड़ा से ज्यादा जॉब फेल हा गए इस बात की आपत्ति उठाने वाले एक एजीएम को इन साहब ने बाहर का रास्ता दिखा दिय यानी तबादला करा दिया। यही नहीं एक अन्य अफसर का भी तबादला कर दिया। ऐसे में पूरे विभाग में इनका जलवा कायम हो गया। इनके सीनियर अफसर भी इनसे डरने लगे। चर्चा यह भी हैं कि यह वहीं साहब है जब इसी विभाग में रहते हुए पीथमपुर की दो कंपनियों को नियम विरूद्ध सपोर्ट किया था वे भी एक पूर्व जीएम से मिलकर साफ जाहिर है कि ऐसे में इसी विभाग में टिके रहना बहुत बड़ी बात है। अब तो लोग कहने लगे हैं कि इन साहब का कहीं न कहीं आरएसएस से रिश्ता जरूर है।