डॉक्टर या जल्लाद! ऑपरेशन के दौरान मरीज के यूट्रस में छोड़ा तौलिया, करते रहे इलाज का नाटक, महिला की दर्दनाक मौत

पीलीभीत

उत्तर प्रदेश के पीलीभीत जिले में निजी अस्पताल में महिला के यूट्रस के ऑपरेशन के दौरान महिला चिकित्सक ने बड़ी लापरवाही करते हुए महिला के यूट्रस के अंदर ही स्पंज (तौलिया) छोड़ दिया। घटना के बाद महिला की हालत बिगड़ने पर चिकित्सक तीन से चार महीने तक उसका इलाज करते रहे। परिजनों से पूरा मामला छुपा कर रखा अब एक अन्य अस्पताल में महिला की उपचार के दौरान मौत हो गई।

दरअसल शहर कोतवाली क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले मिश्राइन गोटिया गांव की रहने वाली खीलावती को यूट्रस में दिक्कत होने के चलते जुलाई महीने में देवीपुरा गांव में स्थित जेएमबी मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल ले जाया गया था जहां महिला चिकित्सक आशा गंगवार ने अपनी टीम के साथ महिला के यूट्रस का ऑपरेशन किया था,आरोप है कि दौरान महिला चिकित्सक ने लापरवाही करते हुए स्पंज (तौलिया) महिला के पेट के अंदर ही छोड़ दिया। कुछ भर्ती रखने के बाद महिला का डिस्चार्ज बना दिया गया ,जिसमें किसी प्रकार की शिकायत या परेशानी होने का जिक्र नहीं किया गया।

महिला ने कुछ दिन दवाई का सेवन किया लेकिन उसके पेट में दर्द रहने लगा इसके बाद महिला के परिजन उसे दोबारा अस्पताल ले गए, जहां चिकित्सकों ने पेट में जख्म और सूजन होने की बात कहकर तीन से चार महीने तक महिला का इलाज किया और उसे दवाई देते रहे लेकिन महिला को कोई आराम नहीं मिला।

इस दौरान महिला के पति के पास इलाज के पैसे नहीं रहे तो पति महिला को उपचार के लिए पीलीभीत के मेडिकल कॉलेज से जुड़े अस्पताल में लेकर पहुंचा। जहां डॉक्टरों ने महिला की जांच कराई सीटी स्कैन रिपोर्ट में महिला के पेट में पस और स्पंज (तौलिया) होने की पुष्टि हुई। इस दौरान महिला का मेडिकल कॉलेज से जुड़े अस्पताल में दोबारा ऑपरेशन किया गया और पस निकाल दिया गया लेकिन महिला की हालत में सुधार नहीं हुआ।

इस बीच पति ने जब जेएमबी मल्टी स्पेशलिटी अस्पताल के खिलाफ अधिकारियों से शिकायत की तो अस्पताल के लोग उनके घर पहुंच गए। महिला का बेहतर इलाज करने की बात कहकर उसे बरेली के दर्पण अस्पताल में भर्ती कर दिया। जहां महिला का दो बार ऑपरेशन किया गया 5 दिसंबर को महिला की ऑपरेशन के बाद मौत हो गई।

महिला की मौत के बाद महिला के पति उमाशंकर ने पूरे मामले में लापरवाही बरतने वाले निजी अस्पताल के डॉक्टर अस्पताल व मेडिकल कॉलेज के चिकित्सकों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए डीएम एसपी को शिकायत पत्र दिया है। सीएमओ आलोक कुमार से जब पूरे मामले पर जानकारी ली गई तो सीएमओ ने बताया कि मामला बेहद गंभीर है लेकिन उन्हें मामले की जानकारी नहीं है अगर कोई लिखित शिकायत प्राप्त होती है तो वह निश्चित ही जांच कराकर कार्रवाई करेंगे।

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